Malvani News: मुंबई के मालवणी इलाके में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) की जमीन पर अवैध निर्माण का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। ओम सिद्धिविनायक कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी के सदस्यों ने MHADA की ओर से उपलब्ध कराई गई दो बड़ी जगहों पर गार्डन होने के बावजूद, एक गटर टैंक वाली जगह पर कब्जा जमाकर अवैध गार्डन का निर्माण शुरू कर दिया है। यह जगह MHADA के नक्शे में तो गार्डन के लिए चिह्नित ही नहीं है, फिर भी सोसाइटी के सभी सदस्य इस निर्माण के लिए उत्सुक नजर आ रहे हैं।

स्थानीय निवासियों के अनुसार, MHADA को इस पूरी घटना की पूरी जानकारी है, लेकिन अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय खामोश बने हुए हैं। यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसाइटी के अध्यक्ष ने फेडरेशन बनाकर MHADA की खाली जमीन पर अवैध पार्किंग शुरू की थी। MHADA ने फेडरेशन को नोटिस जारी कर पार्किंग बंद करने का आदेश दिया, लेकिन कोई ठोस एक्शन नहीं लिया गया। इसी ‘निष्क्रियता’ ने ओम सिद्धिविनायक सोसाइटी के सदस्यों का हौसला बढ़ा दिया है, और अब वे खुलेआम MHADA की जमीन पर निर्माण कर रहे हैं।

एक स्थानीय निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “MHADA ने हमें दो बड़े गार्डन दिए हैं, फिर भी सोसाइटी वाले क्यों जिद पकड़ रहे हैं? गटर टैंक वाली जगह पर कब्जा करना न सिर्फ अवैध है, बल्कि पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए भी खतरा है। MHADA के अधिकारी सब जानते हैं, लेकिन कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? क्या उन्हें लगता है कि वे कुछ नहीं करेंगे?” निवासी ने आगे कहा कि यह निर्माण सोसाइटी के सभी सदस्यों की सहमति से हो रहा है, और MHADA की चुप्पी से सदस्यों को लग रहा है कि कोई सजा नहीं मिलेगी।
मालवणी और आसपास के इलाकों में अवैध पार्किंग और निर्माण की शिकायतें सोशल मीडिया पर भी आम हैं। ट्विटर (अब X) पर कई यूजर्स ने MHADA की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं, खासकर मालवणी MHADA कॉलोनी में अवैध रिक्शा पार्किंग और सड़क कब्जे को लेकर। एक पोस्ट में लिखा गया, “मालवणी में अवैध निर्माण और पार्किंग से एम्बुलेंस तक फंस जाती है, MHADA और BMC कब जागेंगे?”

MHADA के अधिकारियों से संपर्क करने पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। हालांकि, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अवैध निर्माणों पर नजर रखी जा रही है, और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। लेकिन स्थानीय लोगों का विश्वास कम हो चुका है। क्या MHADA इस बार भी नोटिस तक सीमित रहेगी, या वास्तविक एक्शन लेगी? यह सवाल मालवणी के निवासियों के मन में कौंध रहा है।