मुफ्त की होड़ में दिल्ली के बुनियादी मुद्दे गायब?

सड़क से लेकर सीवर तक, पर्यावरण से लेकर विकास तक दिल्ली के बुनियादी मुद्दे की जगह मुफ्त की सुविधाओं की…

अखंड अमेरिका बनाम अखंड भारत 

• क्या मेक अमेरिका ग्रेट अगेन और मेक इन इंडिया के टकराव की संभावना है?  • अखंड अमेरिका में नए…

परंपरागत एवं आधुनिक चिकित्सा में समन्वय की जरूरत

एक और नये चीनी वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के संक्रमण के उपचार को लेकर दुनिया भारत की प्राचीन प्राकृतिक व…

दिल्ली के चुनाव ‘आप’ के लिये परीक्षा की घड़ी

देश का दिल कहे जाने वाली राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव-2025 का बिगुल बज चुका है, कड़कड़ाती सर्दी में भारतीय…

वर्तमान डिजिटल युग में भी पुराने बीते हुए सुहाने दिनों की लालसा क्यों है? 

• कोई लौटा दे मेरे बीते हुए मान सम्मान के दिन.. • वर्तमान प्रौद्योगिकी युग में भी मनीषियों द्वारा अपने…

मणिपुर में माफी कोरा दिखावा न होकर सार्थक बदलाव करें

मणिपुर में जातीय संघर्ष, व्यापक हिंसा एवं अराजक माहौल के लिए पूर्वाेत्तर राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बीते…

दिल्ली चुनावों पर ‘रेवड़ी कल्चर’ का खतरनाक साया

दिल्ली विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक सरगर्मी उग्र से उग्रत्तर होती जा रही है। आम आदमी पार्टी…

बजट 2025 में नारी शक्ति को चिन्हित कर कार्यबल में भागीदारी की योजनाएं, स्कीम लाना समय की मांग

• भारतीय कौशल नारी सब पर भारी-आओ नारी शक्ति को भारत की सफ़लता की गाथा बनाएं • नारी शक्ति को…

जीना है तो हंस के जियो एक पल भी परेशान होना ना हौसला कभी टूटे ना धीरज कभी छूटे ना 

उम्मीद पर दुनियाँ चले मायूस कभी होना ना, आज हारे हैं कल जीत होगी उम्मीद कभी खोना ना  चुनावी हार…

संभल की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से उपजे जटिल सवाल

लेखक के अपने विचार: यह दुर्भाग्यपूर्ण एवं त्रासद है कि उत्तर प्रदेश के संभल में एक बार फिर एक सम्प्रदाय…