I Love Mohammed : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘आई लव मुहम्मद’ विवाद पर एक मजबूत बयान दिया है, जिसमें उन्होंने युवा बच्चों की भागीदारी की आलोचना की है। इस विवाद की शुरुआत कानपुर में बरावफात जुलूस से हुई थी, जो पूरे भारत में विरोध और टकराव का कारण बना।
मुख्यमंत्री ने कहा, “जिन बच्चों के हाथों में कलम, नोटबुक और विज्ञान-गणित की पुस्तकें होनी चाहिए, उनके हाथों में ‘आई लव मुहम्मद’ के पोस्टर हैं।” उन्होंने चिंता व्यक्त की कि ऐसे प्रदर्शनों से बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो रही है और उन्हें शिक्षा से दूर किया जा रहा है।
इस मुद्दे ने विभिन्न राजनीतिक और धार्मिक नेताओं का ध्यान आकर्षित किया है, जिनके पास अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, कानून प्रवर्तन और सांप्रदायिक सौहार्द पर अलग-अलग दृष्टिकोण हैं। स्थिति भारत जैसे विविध और राजनीतिक रूप से आरोपित माहौल में धार्मिक अभिव्यक्ति, सार्वजनिक नीति और सरकार की ऐसी संघर्षों को प्रबंधित करने में भूमिका के बारे में चल रही बहसों को रेखांकित करती है।