Maharashtra News: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में आज मुंबई में हुई मंत्रिमंडल बुनियादी ढांचा समिति की बैठक में 204 किलोमीटर लंबे नागपुर-चंद्रपुर एक्सप्रेसवे को मंजूरी दी गई, जिसकी अनुमानित लागत 2,353 करोड़ रुपये है। इस परियोजना को आगे बढ़ाते हुए इसे सुरजागड़ लोह परियोजना तक विस्तारित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने जोर दिया कि हर रोड न सिर्फ गंतव्यों को जोड़े, बल्कि विकास की एक पारिस्थितिकी तंत्र (इकोसिस्टम) भी विकसित करे। उन्होंने प्रारंभिक भूमि अधिग्रहण और मेटिक्युलस प्लानिंग पर बल दिया, ताकि परियोजनाएं समय पर पूरी हो सकें। उन्होंने सभी परियोजनाओं को गतिशक्ति पोर्टल पर लाने के निर्देश दिए, जिससे पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित होगी।
समृद्धि महामार्ग पर विश्वस्तरीय सुविधाओं जैसे फ्यूल स्टेशन, रेस्ट रूम, फूड कोर्ट और पर्यटन केंद्र विकसित करने के भी निर्देश दिए गए, ताकि यात्रियों की सुविधा बढ़ाई जा सके और पर्यटन को प्रोत्साहन मिले।
फिलहाल, महाराष्ट्र में 10 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाएं चल रही हैं, जो अर्थव्यवस्था को बड़ा बूस्ट देने वाली हैं। विदर्भ में नागपुर-चंद्रपुर सीमेंट कंक्रीट हाईवे, नागपुर-गोंदिया एक्सप्रेसवे और भंडारा-गड़चिरोली एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाएं न सिर्फ कनेक्टिविटी मजबूत करेंगी, बल्कि औद्योगिक वृद्धि और युवाओं के लिए नए अवसर भी सृजित करेंगी।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और संबंधित अधिकारी बैठक में मौजूद थे। ये पहल राष्ट्रीय लक्ष्य ‘विकसित भारत 2047’ के अनुरूप हैं, जिसे मीडिया और जनता द्वारा समर्थन मिल रहा है।