World News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर एक और आर्थिक प्रहार करते हुए ब्रांडेड और पेटेंट वाली दवाओं के निर्यात पर 100% टैरिफ लगा दिया है, जिससे भारतीय फार्मा उद्योग में हड़कंप मच गया है। इस कदम से भारत के लगभग $10 बिलियन के फार्मा निर्यात में से 35% हिस्सा प्रभावित होने की आशंका है, क्योंकि अमेरिका भारत का प्रमुख बाजार है।
टैरिफ का असर
26 सितंबर 2025 को जारी इस नीति के तहत, सन फार्मा, सिप्ला और डॉ. रेड्डी जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में 5% तक की गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह नीति जेनेरिक दवाओं पर भी लागू होती है, तो प्रभाव और गहरा होगा। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने यह कदम रूस से तेल आयात को लेकर भारत पर दबाव बनाने के लिए उठाया है।
भारत की प्रतिक्रियाविपक्षी नेता राहुल गांधी ने इसे “आर्थिक ब्लैकमेल” करार दिया है, जबकि पूर्व रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल ने चेतावनी दी है कि यह व्यापार युद्ध की शुरुआत हो सकती है। सरकार अभी तक प्रत्यक्ष सब्सिडी देने से परहेज कर रही है, लेकिन व्यापार वित्त और निर्यात संवर्धन कार्यक्रमों पर विचार कर रही है।
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इस बीच, थाने और पालघर में उल्हास नदी में व्यक्ति के बहने की घटना ने मौसम और आपदा प्रबंधन पर ध्यान खींचा है, जहां NDRF बचाव अभियान में जुटा है।
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