New Delhi: लद्दाख के प्रसिद्ध कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद सरकारी प्रसारक दूरदर्शन न्यूज़ ने एक विवादास्पद हेडलाइन “बेवफा सोनम” प्रकाशित की, जिसकी व्यापक आलोचना हो रही है। यह घटना 24 सितंबर 2025 को लद्दाख के लेह में हुई हिंसक प्रदर्शनों से जुड़ी है, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए।
घटनाक्रम
सोनम वांगचुक, जो पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में जाने जाते हैं, लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक सुरक्षा की मांग के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन चला रहे थे। हालांकि, प्रशासन ने उन पर इन प्रदर्शनों को भड़काने का आरोप लगाया, जिसमें सरकारी इमारतों को निशाना बनाया गया। प्रदर्शनकारी लंबे समय से बीजेपी के 2019 के चुनावी वादों—जैसे क्षेत्रीय स्वायत्तता और जनजातीय अधिकारों की रक्षा—की पूर्ति की मांग कर रहे थे, जो अब तक अधूरी हैं।
विवाद की जड़
दूरदर्शन की हेडलाइन “बेवफा सोनम” सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक पुराने मीम “सोनम गुप्ता बेवफा है” से प्रेरित प्रतीत होती है, जिसका उपयोग संवेदनशील मुद्दे को सनसनीखेज बनाने के लिए किया गया। यह कदम राज्य मीडिया पर पक्षपात और क्षेत्रीय आंदोलनों के प्रति असंवेदनशीलता के आरोपों को और गहरा रहा है। ट्विटर यूजर मोहम्मद जुबैर ने इसकी आलोचना करते हुए इसे सरकारी नजरिए का परिचायक बताया।
प्रतिक्रियाएं
- सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने दूरदर्शन को “गोदी मीडिया” करार देते हुए इस हेडलाइन को अनुचित बताया।
- कुछ ने सोनम वांगचुक की हिम्मत को सलाम किया, जबकि अन्य ने बीजेपी सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए।
- लद्दाख के लोगों का कहना है कि उनकी मांगें नजरअंदाज की जा रही हैं, जिससे तनाव बढ़ रहा है।
वांगचुक ने अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी और कहा था, “वे मुझे सार्वजनिक सुरक्षा कानून के तहत जेल में डालने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन मैं तैयार हूं।” इस घटना ने लद्दाख में शासन और स्वायत्तता के मुद्दे पर फिर से बहस छेड़ दी है।