Vegetable Price Hike: सब्जियों की कीमतें में आए दिन बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. कीमतों में हो रही बढ़ोतरी के बीच हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर सब्जियों की बढ़ती कीमतों से राहत कब मिलेगी. इसी बीच क्रिसिल की एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें यह दावा किया गया है जून तक सब्जियों की बढ़ती कीमतों से कोई राहत नहीं मिलने वाली है.
सब्जियों की बढ़ती कीमतों से जून तक किसी भी तरह की राहत नहीं मिलने की संभावना जताई गई है. दरअसल, भीषण गर्मी के चलते सब्जी उत्पादकों के लिए चुनौती बढ़ गई है. क्रिसिल की एक रिपोर्ट की मानें को मौसम के मौसम में हो रहे बदलाव के चलते सब्जियों की कीमतें प्रभावित हो रही हैं.
देश में सब्जियों को स्टोर करने के लिए कोल्ड स्टोरेज की सुविधाएं भरपूर नहीं होने के चलते कीमतों पर लगाम लगाना आसान नजर नहीं आ रहा है. रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि साल 2023-24 में खाद्य महंगाई बढ़ाने में सब्जियों का भी 30 प्रतिशत योगदान रहा है.
मौसम में बदलाव के चलते सब्जियों के उत्पादन में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है और इसका असर सब्जियों की कीमत पर पड़ती है. साल 2023-24 के दौरान सब्जियों की कीमतें उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है जिससे लोगों का बजट बिगड़ चुकता है. मुख्य तौर से टमाटर और प्याज की कीमतों ने हुई बढ़ोतरी के चलते लोगों के बजट पर ठीक-ठीक प्रभाव पड़ा है.
कई सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी
टमाटर-प्याज के अलावा बैंगन, परवल, लहसुन, अदरक समेत कई दूसरी सब्जियों के कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है. उपभोक्ता मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार खुदरा बाजार में टमाटर, प्याज और आलू की कीमतें एक साल में 42 फीसदी तक बढ़ी हैं. उदाहरण के तौर पर साल 2023 में टमाटर की कीमत 23.59 रुपये प्रति किलो थी जो आज 33.55 रुपये प्रति किलो है. इसके अलावा प्याज के दाम की अगर हम बात करें तो यह 22.35 रुपये से बढ़कर 31.44 रुपये प्रति किलोग्राम और आलू की कीमत 20.04 रुपये से बढ़कर 27.73 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है.