मुंबई: मालवणी के सामना नगर, गेट नंबर 8 पर स्थित मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी और फेडरेशन के अध्यक्ष बालासाहेब भगत और सचिव अखिल शेख पर स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्यों को ताक पर रखकर गंदगी फैलाने का गंभीर आरोप लगा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि फेडरेशन द्वारा बनाई गई कचरा प्रबंधन मशीन, जो म्हाडा की जमीन पर अवैध रूप से स्थापित की गई है, वहां से कचरा बिल्डिंग के मुख्य दरवाजे पर फैलाया जा रहा है। इससे क्षेत्र में गंदगी और बदबू की समस्या बढ़ गई है, जिससे निवासियों का जीना मुहाल हो गया है।
स्वच्छ भारत अभियान, जिसे 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था, का उद्देश्य देश को स्वच्छ और खुले में शौच से मुक्त बनाना है। लेकिन मालवणी में फेडरेशन की गतिविधियां इस अभियान की भावना के खिलाफ नजर आ रही हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को म्हाडा के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों का समर्थन प्राप्त है, जिसके चलते उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
निवासियों ने बताया कि कचरा प्रबंधन मशीन के आसपास अस्वच्छता का आलम है। बिल्डिंग के मुख्य प्रवेश द्वार पर कचरे का ढेर लगा रहता है, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और अन्य निवासियों को आवागमन में परेशानी हो रही है। साथ ही, इससे मच्छरों और बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। एक निवासी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हमने कई बार म्हाडा में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। फेडरेशन के पदाधिकारी बेखौफ होकर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।”
म्हाडा की चुप्पी, भ्रष्टाचार का आरोप: जानकारी के अनुसार, जिस जगह पर कचरा मशीन स्थापित की गई है, वह म्हाडा की संपत्ति है। निवासियों का दावा है कि फेडरेशन को कुछ भ्रष्ट अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। म्हाडा में बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई परिणाम नहीं निकला, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।
क्या होगी कार्रवाई? स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्थानीय प्रशासन और नगर निगम को ऐसी गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने का निर्देश है। सवाल यह उठता है कि क्या फेडरेशन के अध्यक्ष बालासाहेब भगत और सचिव अखिल शेख के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी? निवासियों ने मांग की है कि म्हाडा और स्थानीय प्रशासन इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करे और गंदगी फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करे।
निवासियों की मांग
- कचरा मशीन को अवैध रूप से कब्जाई गई म्हाडा की जमीन से हटाया जाए।
- बिल्डिंग के मुख्य द्वार पर फैले कचरे की तत्काल सफाई की जाए।
- फेडरेशन के पदाधिकारियों और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई हो।
- स्वच्छ भारत अभियान के तहत क्षेत्र में नियमित सफाई और जागरूकता अभियान चलाया जाए।
प्रशासन से जवाब की मांग: स्थानीय निवासियों ने म्हाडा, नगर निगम और स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारियों से इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया गया, तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश को स्वच्छ बनाने का सपना तभी साकार होगा, जब स्थानीय स्तर पर ऐसी अनदेखी और भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी।
इस मामले में म्हाडा और फेडरेशन के पदाधिकारियों का पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। यह मुद्दा अब स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती बन चुका है। क्या मालवणी के निवासियों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिलेगा? यह सवाल अभी अनुत्तरित है।