सोसायटी के सचिव शेख ने अपने पद का किया दुर्पयोग, रेजिडेंशियल रूम को कॉमर्शिलय बताकर लाखों का जुर्माना लगा दिया…

  • रूम दलाली की शिकायत करने पर शिकायतकर्ता को लगा दिया लाखों का जुर्माना..
  • कॉमर्शिलय का प्रमाण मांगने पर सोसायटी द्वारा नहीं मिला जवाब..
  • शिकायतकर्ता ने कहा की नही मिला जवाब तो, फिर कोर्ट जरिए पूछेंगे सवाल..
  • मालवाणी गेट नंबर आठ ओम सिद्धिविनायक सोसायटी के शेख द्वारा हो रही काफी मनमानी..
  • सचिव के पद पर बैठकर खुलेआम कर रहा है रूम दलाली, उसे किसी का डर नहीं..
  • म्हाडा अधिकारी द्वारा जांच के बाद भी रूम दलाली का कार्य जारी..

मुम्बई/संसद वाणी। मुम्बई (Mumbai) में बहुत सारे सोसायटी (Society) में जो सचिव बनते है वह बिल्डिंग (Building) के देखरेख और विकास के लिए बनते है, पर मालवाणी गेट नंबर आठ पर ओम सिद्धिविनायक सोसायटी (Malvani Om Siddhivinayak Society) में जब से सचिव शेख बना है तब से उसका अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है, वह खुलेआम रूम दलाली (Room Agent) करता है, साथ ही विकास के नाम पर पार्किंग वसूली (Parking Charge) किया जा रहा है, आपको बता दें की पार्किंग की जगह बनाने के लिए पेड़ गिरा देना और गार्डन का दीवाल तोड़ देना उसके लिए आम बात है, और इसके लिए वह म्हाडा (Mhada) और बीएमसी (BMC) से अनुमति भी नहीं लेता है.. जब इस विषय को लेकर दो लोगो द्वारा सचिव शेख की शिकायत म्हाडा कार्यालय में की गई, और 6 माह बाद जब जांच बैठी फिर उसके बाद मानो वह आगबबूला हो गया वह शिकायत करताओं पर मनचाहा जुर्माना लगाना शुरू कर दिया। अब कहते है ना खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे वही यह शेख करते नजर आ रहा है, अब सामने वाले में कोई खामियां नहीं दिखी तो फिजूल में जुर्माना लगा दिया। अब जुर्माना भी ऐसा की जिसका कोई प्रमाण नहीं, अब यही सब गलतियां करते हैं और जब शिकायत किया जाता है तो फिर कहते है की मीडिया वाले परेशान करते है।

  • यह वो रूम है जिसे मालवाणी ओम सिद्धिविनायक सोसायटी द्वारा कमर्शियल बता कर लगा दिया जुर्माना.. इस फोटो में साफ देखा जा सकता है की यह एक रेजिडेंशियल रूम है..

आपको यह भी बताना चाहेंगे की यही शेख जब कोई रूम भाड़े पर देता है तो उसका एग्रीमेंट कई महा बाद बनता है। अब वह अपने बिल्डिंग का सचिव और रूम दलाल है तो कानून भी उसका ही चलेगा, अब शिकायतकर्ता पर रेजिडेंशियल रूम को कॉमर्शिलय का जुर्माना लगा तो दिया… साथ ही एग्रीमेंट का भी जुर्माना लगाया, अब जब भी रूम मालिक द्वारा सचिव शेख को एग्रीमेंट दिया जाता तो वह साफ मना कर देता, शेख का कहना है की जो भी एग्रीमेंट सोसायटी में जमा करेगा उसे सोसायटी में 3000 रुपए देने होंगे, नहीं तो उसका भी जुर्माना लगेगा, अब बिल्डिंग के यह लोग राजा है तो इनकी मनमानी जायज है क्योंकि इन्हे तो म्हाडा भी नहीं रोकता है।

सोसायटी के सचिव शेख द्वारा आपको एक और मनमानी के बारे में रूबरू करते है शिकायत करता ने अपने रूम में नेट उपयोग करने के लिए नेट का कनेक्शन लगवाया था, पर नेटवर्क सही नहीं मिलने के कारण उसने नेट को बंद करवा दिया, अब आपको सुन कर हसी आएगी की उसका पेमेंट सोसायटी द्वारा वसूली किया जा रहा है… जब इसका भी जवाब मांगा गया तो उसका भी जवाब नहीं दिया गया। अब इसे आप क्या कहेंगे मनमानी ही, अब कोई लोन ले या कोई प्रोडक्ट अगर उसका पेमेंट अपने किसी कारण से नहीं भरा तो वह अब मालवानी ओम सिद्धिविनायक सोसाइटी के शेख द्वारा वसूला जाएगा। अब तो लगता है सभी क्रेडिट कार्ड और होम लोन वसूली के लिए मालवाणी ओम सिद्धिविनायक के सचिव शेख को नियुक्त कर ले, वह सोसायटी के बिल में उसका भी चार्ज लगा कर भेज देंगे, क्योंकि वह बिल्डिंग के राजा है और राजा लोग मनमानी करने से पीछे नहीं हटते है।

इनकी मनमानी इस कदर बढ़ गई है की यह पार्किंग वसूली के चक्कर में लोगों के जान से खिलवाड़ करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। आपको बता दें की म्हाडा द्वारा बिल्डिंग में किसी भी दुर्घटना को रोकने के खुली जगह छोड़नी होती ताकि उस जगह से फायर ब्रिगेड की वाहन अंदर आ सके पर आप सभी लोग सुनकर हैरान हो जाएंगे की उसी खुली जगह पर यह लोग वाहन खड़ी करवा कर पार्किंग वसूली कर रहे है। अब वहा की जनता भी यह सब देखकर परेशान है पर सभी लोग म्हाडा के कार्रवाई का इंतजार कर रहे है। अब म्हाडा द्वारा कब कार्रवाई की जाएगी उसकी कोई गारंटी नहीं है क्योंकि म्हाडा एक सरकारी है और सरकार में जो अधिकारी होते है वह अपने कर्तव्यों को कितने निष्ठा से निभाते है यह तो पूरी दुनिया जानती है। हमारे मीडिया द्वारा जब लगातार संपर्क किया गया तो फिर जाकर वह 6 माह बाद जांच बैठाई, और आप सुनकर यह भी हैरान हो जाएंगे की हमारे द्वारा जो शिकायत की गई उसमे रूम दलाली अवैध पार्किंग के बारे में था, और म्हाडा द्वारा जांच क्या किया गया खर्च (Maintenance) को लेकर, अब जो भी सचिव बनेगा वह सोसायटी के खर्च (Maintenance) में से कोई उलटफेर थोड़ी करेगा, अगर उसे उलटफेर करना होगा तो उसका तरीका कुछ अलग तरीके से अपनाएगा, अगर म्हाडा अधिकारी को जांच ही करना था तो यह जांच करते की सचिव के खाते में इतना सारा रुपया कहा से आया, फिर पता चल जाएगा कि उस सचिव ने कितना उलटफेर किया है।

संसद वाणी न्यूज ने यह संकल्प लिया है की जब तक सचिव शेख के ऊपर कार्रवाई नहीं बैठती है तब तक इसके खिलाफ न्यूज में प्रकाशित और म्हाडा कार्यालय में शिकायत करते रहेंगे।

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