Pakistan कंगाली के गर्त में। संयुक्त राष्ट्र संघ में फिर Pakistan का Bharat विरोधी राग..

ईरान को पाक अपने परमाणु हथियार बेचने की तैयारी में। 
  • संजीव ठाकुर, स्तंभकार, चिंतक, लेखक

लेखक के विचार: “विनाश काले विपरीत बुद्धि” कहावत पाकिस्तान के लिए एकदम सटीक बैठती है। पाकिस्तान (Pakistan) दाने दाने के लिए मोहताज हो गया है और बांग्लादेश में हिंन्दू विरोधी लगातार दंगों में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की भूमिका सक्रिय बताई जाती हैं। एक कहावत है भूखे ने भूखे से कुश्ती लड़ी दोनों बेहोश हो गए। यही हाल पाकिस्तान और बांग्लादेश का हो रहा है बांग्लादेश पाकिस्तान से स्वतंत्रता के बाद बा मुश्किल भारत की सहायता से अपनी अर्थव्यवस्था पटरी पर ला पाया था पर वहां शेख हसीना का तख्ता पलट कर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियो की सलाह पर हिंदुओं के विरोध में दंगे भड़का कर अपना सत्यानाश करने पर अमादा  है। उधर दूसरी तरफ कंगाली के इस भयानक दौर से गुजर रहे पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का और जम्मू कश्मीर में 370 धारा लागू करने की विरोध में अपना फिर नया बयान जारी किया है उसने कहा है कि भारत के मंसूबे पाकिस्तान तथा पीओके (POK) के प्रति ठीक नहीं है और सीमा पर जंग की तैयारी कर रहा है और जम्मू कश्मीर में 370 धारा लागू करने को असवैधानिक करार किया जिसका भारत में मुंह तोड़ जवाब दे दिया है। कंगाल पाकिस्तान अब चीन के साथ भारत की सीमा पर लगे मियांवाले जिले में चश्मा परमाणु का पांचवा प्लांट स्थापित करना चाहता है और इसके लिए बाकायदा चीन ने उसे आश्वासन भी दिया हैl ये सब तैयारी ईरान को अपने परमाणु बम बेचनें की तैयारी का ही उपक्रम है इसके बदले ईरान से बड़ी धनराशी वसूलने की पाक की नापाक योजना ही है।पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ ने चीन के इस प्रस्ताव के लिए के लिए एहसान माना है।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा पाकिस्तान (Pakistan) को कर्ज देने में देरी से  पाकिस्तान को चीन द्वारा कुछ वित्तीय मदद की जाने का आश्वासन दिया है और इसी तारतम्य में नया रिएक्टर परमाणु प्लांट लगाने का समझौता किया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री शरीफ़ भी मौजूद थे उन्होंने चीन के साथ अपनी दोस्ती को हिमालय से भी ऊंची करार दिया है। दूसरी तरफ पाकिस्तान को दिवालिया होने से बचाने के लिए पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने कराची बंदरगाह का सौदा संयुक्त अरब अमीरात से किया है। पाकिस्तान ने एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर कराची बंदरगाह के टर्मिनल को संयुक्त अरब अमीरात को बेचने का वाणिज्यिक समझौता भी कर लिया है। पाकिस्तान में जब खाने के नहीं है दाने ऐसे में भारत की सीमा से लगे चश्मा नामक स्थान पर 480 अरब डॉलर का चीन के साथ पांचवा परमाणु प्लांट डालने की क्या सूझी है यह समझ से परे है। पाकिस्तान अब ऐतिहासिक,अभूतपूर्व वित्तीय कंगाली के दौर से गुजर रहा है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ हर तरफ से सत्ता में आने के बाद निराशा के गर्त में डूब चुके हैं। पूरी दुनिया के देशों से घूम घूम कर कर्ज मांगने के बाद भी उन्हें फूटी कौड़ी नहीं मिल पाई है पाकिस्तानी जनता रोजी रोटी बिजली पानी के संकट से गुजर रही है और देश में हाहाकार मचा हुआ है। आम जनता विद्रोह पर उतर आई है। पाकिस्तान अपनी गलत नीतियों के कारण दुनिया में अकेला पड़ गया है। आवाम के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया और इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड, सऊदी अरेबिया, तुर्की, ईरान ,इराक तथा उसके सबसे बड़ा हिमायती देश चीन ने भी पाकिस्तान को किसी भी तरह के कर्ज देने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान के अंदरूनी हालात बड़े विचित्र किंतु सत्य की स्थिति में आ चुके हैं वहां स्थिति अराजक हो गई है। पाकिस्तान के अंदरूनी हालात प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नियंत्रण से बाहर होकर अब सेना के जनरल असीम मुनीर के हाथों में आ गई है। सेना पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को राष्ट्रद्रोह और मानव हत्या के जुर्म कभी भी गिरफ्तार कर फांसी दे सकती है। पाकिस्तानी इतिहास में भी जनरल जिया उल हक ने 1974 तत्कालीन प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो इसी आरोप में 1979 मैं फांसी पर लटका दिया था वही इतिहास जनरल असीम मुनीर भी दोहराने पर आमादा है। क्योंकि यह तो तय है कि यदि पाकिस्तान में आम चुनाव कराए जाएं तो इमरान की लोकप्रियता के मद्देनजर उनका सत्ता में आना लगभग तय है। इन परिस्थितियों में वर्तमान सरकार और सेना दोनों इमरान और इमरान की पार्टी को समूल नष्ट करना चाहते हैं।

पाकिस्तान (Pakistan) की कंगाली दूर करने के लिए आई एस आई के करीबी और राजनीतिक विश्लेषक जैद हामिद ने एक फार्मूले का सुझाव दिया है उन्होंने कहा है कि तुर्की और सऊदी अरेबिया को पाकिस्तान सरकार को एटमी हथियार यानी परमाणु बम बेच देना चाहिए उन्होंने  कहा परमाणु हथियार तुर्की और सऊदी अरेबिया तथा अन्य अरब देश बम खरीदने को तैयार हो जाएंगे और प्रति परमाणु बम 20 अरब डालर की कमाई हो सकती है 5 परमाणु बम पाकिस्तान किन देशों को बेच देता है तो उसे 100 अरब डालर की कमाई हो जाएगी और उसे कर्ज़ लेने के लिए दर-दर की खाक नहीं  छाननी पड़ेगी, पाकिस्तान का वित्तीय संकट इसे आसानी से दूर किया जा सकता है गजवा के हिन्द के नाम से धमकी देने वाले जैद हामिद पाकिस्तान को यहां तक सलाह दे दी है कि परमाणु बमों के साथ अपने परमाणु मिसाइल भी बेच देने चाहिए जिससे पाकिस्तानी जनता को रोटी नमक तो मिल ही सकता है ।पत्रिका बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट के हवाले से बताया गया की पाकिस्तान के पास वर्तमान में 165 वारहेड का जखीरा उपलब्ध है और 5 वारहेड की कीमत 25 अरब डॉलर की गई है इस तरह 20 वारहेड बेचने से पाकिस्तान को $100 की आसानी से कमाई हो सकती है उसे दर-दर दरवाजे दरवाजे कर्ज मांगने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जैद हमिद ने यहां तक कहा कि पाकिस्तान को एटॉमिक मिसाइल गौरी और गजनवी को भी बेच देना चाहिए इससे पाकिस्तान के पास बड़ा फंड इकट्ठा हो जाएगा और जनता को आटा रोटी और नमक की पूर्ति आसानी से हो सकेगी। अब धीरे-धीरे पाकिस्तान का प्रशासनिक नियंत्रण पाकिस्तान की आर्मी और जनरल मूनीर के हाथों में जाता दिखाई दे रहा है यदि पाकिस्तान में मार्शल ला लग जाता है उन परिस्थितियों में भी पाकिस्तान अगले 10 साल तक अपनी आर्थिक स्थिति से उबर नहीं पाएगा। और यदि पाकिस्तान में आम चुनाव की घोषणा होती है तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनसे जुड़ी नौ अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों का चुनाव में हार ना लगभग निश्चित है क्योंकि जिस तरह इमरान खान और उसके समर्थकों को जेल में डाला जा रहा है एवं महिला समर्थकों पर अमानवीय अत्याचार किए जा रहे हैं उसके फल स्वरुप इमरान और उसकी पार्टी लोकप्रियता के चरम पर है और चुनाव में उनके जीतने की संभावना प्रबल हो जाती है। ऐसे में पाकिस्तान अपने आर्थिक संकट को दूर करने के लिए अरब देशों को अपने एटॉमिक हथियार बेचने पर मजबूर भी हो सकता है।

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