US woman found chained in Maharashtra Jungle: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में एक अमेरिकी महिला को जंगल में बंधी हुई पाए जाने की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. यह घटना न सिर्फ महिलाओं के खिलाफ हिंसा का एक गंभीर उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि हमारी समाज में कितनी गहरी दरारें हैं. एक विदेशी महिला को इस तरह की क्रूरता का शिकार बनाया जाना बेहद दुखद और चिंताजनक है.
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक 50 वर्षीय अमेरिकी महिला को जंगल में एक पेड़ से बंधा हुआ पाया गया. पुलिस ने सोमवार को बताया कि महिला के पास से उसके अमेरिकी पासपोर्ट की फोटोकॉपी और अन्य दस्तावेज मिले हैं, जिनमें तमिलनाडु का पता वाला आधार कार्ड भी शामिल है.
चरवाहे ने आवाज सुन पुलिस को बुलाया
शनिवार शाम को, सोणुरली गांव के एक चरवाहे ने महिला को जंगल में रोते हुए सुना और पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर महिला को बचाया और उसे इलाज के लिए सावंतवाड़ी और ओरोस के अस्पतालों में भर्ती कराया.
अमेरिका-तमिलनाडु से है कनेक्शन
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, महिला के पास से उसके अमेरिकी पासपोर्ट की फोटोकॉपी और तमिलनाडु के पते वाला आधार कार्ड मिला है. महिला की मानसिक और शारीरिक स्थिति खराब होने के कारण उसे बेहतर इलाज के लिए गोवा मेडिकल कॉलेज में ट्रांसफर किया गया.
डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि महिला खतरे से बाहर है लेकिन उसे मानसिक समस्याएं हैं. अधिकारी ने कहा, “हमें उसके पास से मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन मिले हैं.”
10 सालों से भारत में रह रही है महिला
अधिकारियों ने महिला की पहचान ललिता कायि के रूप में की है. उनके पास तमिलनाडु का पता वाला आधार कार्ड और अमेरिकी पासपोर्ट की फोटोकॉपी मिली है. पुलिस उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि के लिए इन दस्तावेजों का सत्यापन कर रही है और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय के साथ भी समन्वय कर रही है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, महिला पिछले 10 वर्षों से भारत में है.
40 दिनों से जंगल में बंधी हुई थी महिला
महिला की वर्तमान स्थिति के कारण वह पुलिस को कोई बयान देने में सक्षम नहीं है. हालांकि पुलिस की लिखित शिकायत में महिला को करीब 40 दिन से जंगल में भूखा-प्यासा बंधा हुआ बताया गया है.
अधिकारी ने कहा, “महिला कमजोर है क्योंकि उसने कुछ दिनों से कुछ नहीं खाया है और इस क्षेत्र में भारी बारिश हुई है. हमें नहीं पता कि वह कितने समय से उस पेड़ से बंधी हुई थी. हमें विश्वास है कि उसके तमिलनाडु के पति ने उसे वहां बांध दिया और फरार हो गया.” पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए तमिलनाडु, गोवा और अन्य स्थानों पर टीमें भेजी हैं ताकि उसके रिश्तेदारों का पता लगाया जा सके.
यह मामला कई सवाल खड़े करता है:
महिला भारत में क्यों आई थी?
उसके पति ने उसे क्यों बांधकर जंगल में छोड़ दिया?
क्या यह कोई सुनियोजित साजिश है?
क्या महिला मानसिक रूप से बीमार है?
पुलिस इन सभी सवालों के जवाब खोजने की कोशिश कर रही है. यह मामला न केवल भारत बल्कि दुनिया भर में सुर्खियां बटोर रहा है.
यह घटना महिलाओं के खिलाफ हिंसा का एक गंभीर मामला है. यह हमें याद दिलाता है कि महिलाओं को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. हमें ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.