15 साल का शिवम शहर के सौजिया स्कूल में पढ़ता था. वह 10वीं का छात्र था. गर्मी की छुट्टियों में अपने गांव गया था. 1 जुलाई को स्कूल खुलने के बाद वो हॉस्टल लौट गया. उसे छोड़ने उनके परिजन भी साथ आए थे. वह तीसरी मंजिल पर बने अपने कमरे में चला गया. दोपहर के समय जब एक शिक्षक कमरे की ओर गए तो देखा कि छात्र फंदे पर लटका हुआ है.
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक छात्र ने स्कूल हॉस्टल में सुसाइड कर लिया. छात्र ने फंदा लगाकर जान दे दी. उसके साथी छात्र और स्कूल के टीचर ने उसे फंदे से उताकर जिला अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. जानकारी के मुताबिक छुट्टी के बाद छात्र के परिजनों उसे हॉस्टल छोड़ा इसके तुरंत बाद उसने ये कदम उठा लिया. स्कूल के प्रबंधक कहीं नजर नहीं आए. घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के कुरावली रोड स्थित डॉ. किरन सौजिया सीनियर सेकंडरी एजुकेशनल एकेडमी के हॉस्टल की है.
ये पूरा मामला औंछा थाना क्षेत्र के नगला देवी गांव का है. रामप्रसाद का 15 साल के बेटा शिवम शहर के सौजिया स्कूल में पढ़ता था. वह 10वीं का छात्र था. गर्मी की छुट्टियों में अपने गांव गया था. 1 जुलाई को स्कूल खुलने के बाद वो हॉस्टल लौट गया. उसे छोड़ने उनके परिजन भी साथ आए थे. वह तीसरी मंजिल पर बने अपने कमरे में चला गया. दोपहर के समय जब एक शिक्षक कमरे की ओर गए तो देखा कि छात्र फंदे पर लटका हुआ है.
परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल
छात्र को फंदे से उतारा गया और जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया. जिला अस्पताल में काफी देर तक छात्र का शव स्ट्रेचर पर ही पड़ा रहा. इस दौरान स्कूल संचालक भी वहां पर नहीं पहुंचे. जब इसकी खबर छात्र के परिजानों को मिली तो भागे-भागे शहर पहुंचे. परिजन अपने बच्चे का शव देख अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे.
छात्र के सुसाइड पर उठ रहे सवाल
छात्र ने घर से हॉस्टल आते ही ये कदम क्यों उठाया, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं. स्कूल का कोई भी स्टॉफ इसपर बोलने को तैयार नहीं है. हॉस्टल में इस तरह की मौत का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भोगांव के नवोदय में एक छात्रा की संदिग्ध मौत का राज आज तक नहीं खुल सका है. इसकी जांच अभी भी चल रही है. छात्र के परिजन के मन में भी ये सवाल है कि हॉस्टल आते ही ऐसा क्या हुआ जिसके कारण शिवम ने सुसाइड कर लिया.