Haridwar जाने से पहले जान लिजिए रूट प्लान, इन रास्तों पर भारी ट्रैफिक!

कांवड मेला-2024: कांवड़ यात्रा 2024 की शुरुआत 22 जुलाई से होगी और यह 3 अगस्त तक चलेगी। इस दौरान शिव भक्त हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री से गंगाजल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।  यात्रा के दौरान हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून के मार्गों पर यातायात के विशेष इंतजाम किए जाते हैं। विभिन्न राज्यों से लाखों श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेते हैं। लेकिन इस बीच अगर आप भी Haridwar जाने का प्लान बना रहे तो जरा इन रूट्स पर एक नज़र जरूर डाले क्योंकि यहां आपको भारी ट्रैफिक मिल सकता है।

 •वाहनों हेतु यातायात डायवर्जन प्लान कांवड मेला-2024 (kanwar yatra 2024)

• हरिद्वार- सामान्य दिनों में हरिद्वार आने वाले वाहन-दिल्ली/मेरठ / मुजफ्फरनगर/मंगलौर से

-हरियाणा/पंजाब/हिमाचल प्रदेश/सहारनपुर/छुटमलपुर/देहरादून से

– देहरादून, ऋषिकेश से नेपाली तिराहा, टायवाला से

– नैनीताल, नजीबाबाद श्यामपुट से

– हरियाणा/पंजाब से नजीबाबाद/मुटादाबाद की और जाने वाले वाहन मु,नगर बाईपास-बिलासपुर- नजीबाबाद/मुटादाबाद की और जायेंगे।

कांवड वाहनों का हरिद्वार आने का मार्ग (route to haridwar)

– दिल्ली-मेटठ-मु० नगर से हरिद्वार आने वाले वाहनः मु० नगर-मंगलौट नगला इमरती-लण्डौटा-लक्सर-एम.एम. तिटाहा-बैठागी कैम्प पार्किंग

– दिल्ली से देहदादून /ऋषिकेश जाने वाले वाहनः टामपुर तिराहा-देवबन्द छुटमलपुर-देहरादून/ऋषिकेश।

– यमुनानगर से हरिद्वार आने वाले वाहनः भगवानपुट-बिझौली-नगला इमरती-लक्सर-एस.एम. तिटाहा-बैटागी पार्किंग।

– बैटागी कैम्प पार्किंग में पार्क किये गये सभी प्रकार के वाहनों की निकासी: स्मशानघाट पुल-श्रीयंत्र पुल-बूढीमाता तिराहा देशरक्षक-सिंहद्वार- सर्विस लेल एन.एच.-344

– मुटादाचाद/मजीवाचाद की औठ से आने वाले वाहनः चिड़ियापुट-42 तिरछा पुल-नीलधाटा/गौटीशंकर पार्किंग

– देहरादून से ऋषिकेश से आने वाले वाहनों हेतुः नेपाली तिटाहा-सप्तऋषि-लालजीवाला पार्किंग

रोडवेज वाहनों हेतु Traffic plan  

– दिल्ली/मेरठ/हरियाणा/पंजाब की टोडवेज बसें ऋषिकुल पार्किंग में पार्क की जायेंगी।

-नैनीताल/मुरादाबाद/बिजनौर की ओर से आने वाली टोडवेज बसें नौलधारा/गौटीशंकर पार्किंग में पार्क की जायेंगी।

-देहरादून/ऋषिकेश पर्वतीय क्षेत्र से आने वाली टोडवेज बसें मोचीचूट पार्किंग में पार्क की जायेंगी।

कांवड यात्रा के दौरान क्या करें

हरिद्वार आने वाले पैदल कांवड़ यात्री कांवड पटटी (नहर पटटी) का ही प्रयोग करें।

• कावंड यात्री अपना पहचान पत्र (डी.एल, आधार कार्ड) साथ अवस्य रखें

अपना वाहन निर्धारित पार्किंग में ही खड़ा करें अभ्यवा एम.वी. एक्ट की कार्यवाही की जायेगी।

• उठाईगिरी/जेबकतरों से सावधान रहें।

वाहन में बैठे कांवड यात्रियों की सूची एवं यात्रा विवरण अपने वाहन में अवश्य लगायें। • निर्धारित घाटों पर ही स्नान करें, अन्यत्र स्नान करने पर दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती है।

कांवड यात्रा के दौरान क्या न करें

• कांवड यात्रा के दौटान अपने साथ (हाकी, बेसबाल, स्टिक, तलवार, नुकीले भाले, लाठी, डंडे आदि) लेकर न आयें।

• मादक द्रव्य पदार्थों (शराब, चरस, गांजा, सुल्फा) का सेवन न करें।

• कांवड यात्रा में चलने वाले जुगाड वाहन प्रयोग न करें।

• कांवड की ऊंचाई अधिकतम 7 फीट से ऊँची न रखें।

• कांवड यात्री रेल की छतों पर यात्रा न करें।

• पुलों से छलांग लगाकर उनान न करें नहीं तो जान-माल का नुकसान हो सकता है।

-कांवड में डीजे/लाऊडस्पीकर आदि का प्रयोग न करें। 

-माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अनुपाल करें।

-संदिग्ध/लावारिस वस्तु को न छुएं उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें।

-किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही फैलायें।

-हरिद्वार में प्लास्टिक व प्लास्टिक से बने उत्पादों का प्रयोग न करें।

-कांवड यात्रा के दौरान अपनी मोटर साईकिल का साइलेन्सर उतारकर न चलायें।

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