टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने बारबाडोस में खेले गए फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका को 7 रनों से शिकस्त दी. भारत ने 176/7 का स्कोर बनाया और साउथ अफ्रीकी ने निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट पर 169 रन जुटाए. टीम इंडिया का आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म हो गया है. इसी के साथ 11 साल से इंडिया के ऊपर लगा चोकर्स का ठप्पा हट गया है.
2024 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हरा दिया है. इसी के साथ 11 साल से इंडिया के ऊपर लगा चोकर्स का ठप्पा हट चुका है. अब ‘हम चोकर्स नहीं, चैंपियन हैं.’ साल 2011 के बाद इंडिया ने 5 फाइनल खेले, पिछले वनडे वर्ल्ड कप में तो जीतते-जीतते हार गए. इस बार रोहित की टीम ने ऐसा फाइनल जीता, जिस फाइनल में हर कोई कुछ कह नहीं सकते वाली स्थिति में था. इस टी-20 वर्ल्ड कप में इंडियन गेंदबाजों ने, इंडियन फील्डर्स ने, रोहित की कप्तानी ने ये साबित कर दिया कि जीत के लिए रन नहीं, जज्बा चाहिए.
भारत ने साल 2007 में पहला टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था. जहां टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को 5 रन से हराकर ट्राफी अपने नाम की थी. इसके बाद टीम ने 7 और टी-20 वर्ल्ड कप खेले, जहां तीन बार टीम नॉकआउट स्टेज यानी सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंची लेकिन हर बार खिताब से चूक जाती थी.
चैंपियन बनी टीम इंडिया
2014 में भारत ने साउथ अफ्रीका को सेमीफाइनल में हराया था लेकिन श्रीलंका ने फाइनल में हरा दिया था. उसके बाद साल 2016 में अपने ही घरेलू मैदान पर भारत नॉकआउट में पहुंचा लेकिन यहां भी वेस्टइंडीज से सेमीफाइनल गंवाना पड़ा. 2022 में टीम आखिरी बार नॉकआउट में पहुंची थी लेकिन इस बार इंग्लैंड ने 10 विकेट से हरा दिया था.
इस बीच 2009, 2010, 2012 और 2021 में टीम ग्रुप स्टेज भी पार नहीं कर सकी. अब इसी फॉर्मेट के वर्ल्ड कप में भारत ने तीसरा फाइनल खेला और इस बार ट्रॉफी जीतकर अपने ICC खिताब का अपने नाम कर लिया है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं चैंपियन बनी टीम इंडिया के 6 बड़े धुरंधर सूरमा के बारे में.
विराट कोहली
विराट कोहली का बल्ला आखिरकार खिताबी जंग में चल पड़ा, सेमीफाइनल में सात मैंचों में महज 75 रन बनाने वाले कोहली ने फाइनल में 76 रन की शानदार पारी खेली. उन्होंने 59 गेंदों का सामना करने के बाद 6 चौके और 2 छक्के लगाए. भारत ने 34 रन पर तीन विकेट खो दिए थे और ऐसे में कोहली ने पूरा मोर्चा संभाल लिया. उन्होंने अक्षर पटेल के संग 72 और शिवम दुबे के साथ 57 रन की साझेदारी की और भारत को स्कोर तक पहुंचा दिया. विराट को फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच अवाड से नवाजा गया. कोहली ने भारत के ट्रॉफी जीतने के साथ ही टी20 इंटरनेशनल क्रिकटे से रिटायरमेंट ले लिया है.
रोहित शर्मा
हिटमैन के नाम से फेमस रोहित शर्मा ने फाइनल में महज 9 रन बनाए लेकिन उनकी कप्तानी कमाल की रही. उन्होंने प्रेशर का लेवल होने के बावजूद भी सूझबूझ दिखाई. रोहित ने खासकर आखिरी के 5 ओवर में साउथ अफ्रीका को बैकफुट पर ला दिया. अक्षय के महंगा ओवर करने के बाद जब साउथ अफ्रीका टीम थोड़ी हवाई हुई तो रोहित ने बुमराह को गेंदबाजी का कमान दे दिया. बुमराह ने 16वें ओवर में चार रन दिए, जिससे साउथ अफ्रीकी खेमा पर दबाव बढ़ता चला गया. साउथ अफ्रीका को अंतिम पांच ओवर में 30 रन की जरूरत थी और भारतीय गेंदबाजों ने 20 रन खर्च किए. इस दौरान चैंपियन बनने के बाद रोहित थोड़े से इमोशनल दिखें.
अक्षय पटेल
ऑलराउंडर अक्षय पटेल ने मुश्किल हालात में कोहली का बखूबी साथ दिया. वह फिप्टी से चूक गए. उन्होंने 31 गेंदों में चार सिक्स और एक चौके के जरिए 47 रन बनाए. वह रनआउट हुए. अक्षय गेंद से उतना प्रभाव नहीं छोड़ पाए. उन्होंने चार ओवर के स्पेल में 49 रन खर्च किए. अक्षय ने 15वें ओवर में 24 रन लुटा दिए थे. जिससे भारतीय टीम बैकफुट पर आ गई थी. हालांकि उन्होंने ट्रिस्टन स्टब्स (21 गेंदों में 3 1) के रूप में भारत को एक शानदार सफलता दिलाई.
जसप्रीत बुमराह
भारत के धाकड़ तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर अपना कमाल दिखाया. उन्होंने ना सिर्फ किफायती गेंदबाजी की बल्कि दो खतरनाक खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई. उन्होंने चार ओवर के स्पेल में सिर्फ 18 रन दिए. बुमराह ने ओपनर रीजा हेंड्रिक्स और ऑलराउंडर मार्क जानसन को बोल्ड किया. बुमराह प्लेयर आफ द टूर्नामेंट बने. उन्होंने 8 मैंचों में 15 शिकार किए. वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की फेहरिस्त में तीसरे स्थान पर रहे.
हार्दिक पांड्या
ऑलराउंडर हार्दिक को (दो गेंदों में नाबाद 5) को फाइनल में बल्लेबाजी का अधिक मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने गेंदबाजी में जबर्दस्त छाप छोड़ी. हार्दिक ने तीन ओवर में 20 रन खर्च करने के बाद तीन विकेट चटकाए. उन्होंने हेनरिक क्लासेन को 27 गेंदों में 52 , डेविड मिलर को 17 गेंदों में 21 और कगिसो रबाडा का शिकार किया. हार्दिक ने 17 वें ओवर में क्लासेन को पंत के हाथों कैच करवाकर भारत की मैच में वापसी कराई. साउथ अफ्रीका को आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रन चाहिए थे लेकिन हार्दिक ने केवल 8 रन खर्च किए.
सूर्यकुमार यादव
सेमीफाइनल में शानदार बैंटिग करने वाले सूर्यकुमार यादव का बल्ला खिताबी मुकाबले में खामोश रहा. उन्होंने चार गेंदों में 3 रन बनाए लेकिन सूर्या ने डेविड मिलर का कैच पकड़कर सभी का दिल जीत लिया. इस कैच से साउथ अफ्रीका की उम्मीदें लगभग समाप्त हो गई थी. हार्दिक ने 20वें ओवर की पहली गेंद ऑफ स्टंप की लाइन में लो फुल टास डाली. जिसके बाद मिलन ने लॉग ऑफ की दिशा में शानदार शॉट मारा. सूर्या ने बाउंड्री पर पहले दौड़कर गेंद को पकड़ा और जब बैलेंस बिगड़ने लगा तो गेंद को हवा में उछाल दिया. उन्होंने फिर अंदर आकर कैच कंप्लीट किया. इस कैच में इंडिया की जीत दिखने लगी थी.
रोहित शर्मा और विराट कोहली ने लिया संन्यास
बता दें कि टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया. रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘यह मेरा आखिरी गेम भी था. अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता. मैं यह (ट्रॉफी) बहुत चाहता था. इसे शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है.’