Kangana Ranaut: हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनौत ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कुछ ऐसा कह दिया कि अब उनकी पार्टी ने इससे पल्ला झाड़ लिया है. इतना ही नहीं, बीजेपी ने साफ-साफ कह दिया है कि कंगना भविष्य में इस तरह का कोई बयान न दें क्योंकि वह इसके लिए अधिकृत नहीं हैं.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद कंगना रनौत अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहती हैं. अब उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है जिस पर उनकी ही पार्टी बीजेपी ने उन्हें डांट पिला दी है. बीजेपी ने बाकायदा बयान करके कंगना रनौत के बयान से पल्ला झाड़ा है. साथ ही, कंगना रनौत को भी नसीहत दी है कि वह आगे से इस तरह के बयान न दें क्योंकि वह इसके लिए अधिकृत नहीं हैं. कंगना रनौत ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान रेप और मर्डर हो रहे थे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि बिल वापस ले लिए वरना आगे बहुत बड़ी योजना थी.
कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, ‘अगर सरकार मजबूत नहीं होती तो किसा आंदोलन के दौरान पंजाब को बांग्लादेश बना दिया जाता. उस समय उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और उनकी प्लानिंग बहुत बड़ी थी. वहां रेप और मर्डर भी हुए. वह तो अच्छा हुआ कि सरकार ने तीनों बिल वापस ले लिए.’ बता दें कि कंगना रनौत ने किसान आंदोलन के दौरान कहा था कि प्रदर्शन में शामिल होने के लिए महिलाएं सौ-सौ रुपये में आती हैं.
कंगना को बीजेपी ने दी नसीहत
बीजेपी ने एक बयान जारी करके कहा है, ‘सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान पार्टी का मत नहीं है. बीजेपी कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्ति करती है. पार्टी की ओर से पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वह बयान देने के लिए अधिकृत हैं. पार्टी की ओर से उन्हें निर्देशित किया गया है कि वह इस प्रकार के बयान भविष्य में न दें. बीजेपी सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए संकल्पित है.’
इन दिनों कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए वह प्रचार कर रही हैं. उनकी फिल्म का ट्रेलर सामने आते ही वह विवादों में आ गई है. SGPC ने भी फिल्म के कुछ सीन पर आपत्ति जताते हुए इसकी रिलीज पर रोक लगाने की मांग कर डाली है. कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने तो मांग कर डाली है कि कंगना रनौत को गिरफ्तार करके उन पर NSA लगाया जाए और उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजा जाए.