Israel Hamas war: इजराइल और हमास की खूनी जंग अब इस मोड़ पर पहुंच गई है, जब दुनिया को इसे रोकने के लिए जी जान लगा देनी चाहिए. इजराइल की दुश्मनी हमास के आतंकियों से है लेकिन उनके एक्शन में फिलिस्तीन के मासूम लोग मर रहे हैं.
इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग अब शरणार्थियों के लिए बने राहत शिविरों तक फैल गई है. इजराइली सेना, शरणार्थी शिविरों को भी निशाना बनाकर बमबारी कर रही है. इजराइली डिफेंस फोर्सेज ने रफाह के एक टेंट पर एयरस्ट्राइक कर दिया, जिसमें कम से कम 35 लोग मारे गए. ज्यादातर लोग जिंदा जल उठे. पीड़ितों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
फिलिस्तीनी अधिकारियों के मुकाबिक ताल-अस-सुल्तान इलाके में यह हमला हुआ है. इजराइली सेना ने बीते 24 घंटे के भीतर जबालिया, नुसीरात और गाजा शहर के कई क्षेत्रों में जमकर बमबारी की, जिसमें 160 से ज्यादा लोग मारे गए.
इजराइल के आतंक पर चुप क्यों है दुनिया?
हैरान करने वाली बात ये है कि सेना का कहर थम नहीं रहा है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव का अभी तक इस पर कोई बयान सामने नहीं आया है. वैश्विक संस्थाएं, शांति की अपील कर रही हैं लेकिन इजराइल के खिलाफ किसी देश ने कोई बड़ा कदम नहीं उठा है. अब इजराइल सेल्फ डिफेंस के नाम पर नरसंहार की राह पर आगे बढ़ रहा है.
रफाह में हालात हैं चिंताजनक, मारे जा रहे आम लोग
रफाह में हालात बेहद गंभीर हैं. इजराइली सेना के हवाई हमलों में आम नागरिक मारे जा रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी इजराइल के लिए सन्नाटा है, बातें सब कर रहे हैं लेकिन कोई एक्शन रुकवाने के लिए जमीनी स्तर पर कुछ नहीं कर पा रहा है. अंतराष्ट्रीय न्यायलय की भी बात इजराइल मानने को तैयार नहीं है.
क्या कह रही है इजराइली सेना?
इजराइली सेना का दावा है कि रफाह में हुए हमलों में केवल हमास के दो सीनियर अधिकारी मारे गए हैं. इजराइल ने सटीक एयरस्ट्राइक की है. इजराइली सेना का कहना है कि हमास का मुखिया वेस्ट बैंग, यासीन रबिया में छिपा हुआ है. इजराइली सेना ने कहा है कि हमास, नागरिक इलाकों में छिपा है, जो उन्हें हमारे खिलाफ हथियार बना रहा है.