राष्ट्रीय महिला आयोग की चीफ रेखा शर्मा के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक बयान देकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा मुश्किल में फंस गई हैं. दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. महुआ ने रेखा शर्मा को लेकर कहा था कि वह अपने बॉस का पायजामा पकड़ने में ज्यादा व्यस्त हैं. आयोग ने उनके बयान पर आपत्ति व्यक्त की थी.
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा पर किए गए आपत्तिजनक पोस्ट के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस अधिकारियो ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि महिला आयोग ने 5 जुलाई को मोइत्रा के बयान पर शिकायत दर्ज कराई थी. रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की शाखा इंटेलFजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन्स (IFSO) इस मामले की जांच करेगी.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा 4 जुलाई को हाथरस पहुंची थीं और उन्होंने हाथरस भगदड़ में घायल हुई महिलाओं से मुलाकात की थी. रेखा का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो घटना स्थल पर खड़ी थीं और कुछ लोग धूप से बचाने के लिए उन पर छाता ताने हुए थे. इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कुछ लोगों ने कहा था कि NCW चीफ ने खुद छाता क्यों नहीं पकड़ रखा था.
‘अपने बॉस का पायजामा पकड़ने में ज्यादा व्यस्त हैं’
विपक्षी नेताओं पर निशाना साधने को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाली मोइत्रा ने भी इस वीडियो पर कमेंट कर दिया. उन्होंने कहा, ‘वह (रेखा शर्मा) अपने बॉस का पायजामा पकड़ने में ज्यादा व्यस्त हैं.’
महिला आयोग ने जताई आपत्ति
महुआ मोइत्रा के इस बयान पर महिला आयोग ने कड़ी आपत्ति जताई थी और उनके इस बयान को अपमानजनक और भद्दा बताते हुए उनके खिलाफ 5 जुलाई को एफआईआर दर्ज की.
रेखा शर्मा ने दी प्रतिक्रिया
महुआ मोइत्रा के बयान पर एनसीडब्ल्यू चीफ रेखा शर्मा ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उन्हें ‘ट्रोल’ बताया. उन्होंने मोइत्रा पर पलटवार करते हुए कहा, ‘उन्हें अपने काम से नहीं केवल दूसरों को ट्रोल करने से मतलब है. मैं ट्रोलर्स को अपना समय नहीं देती.’
छाता को लेकर दी सफाई
रेखा ने छाता को लेकर भी सफाई दी. उन्होंने कहा, ‘मैं छाते के अंदर नहीं थी. वहां भीड़ इतनी ज्यादा थी कि मुझे ऐहसास ही नहीं हुआ कि किसी ने मेरे ऊपर छाता लगा रखा है. मैं स्थिति का जायजा लेने में व्यस्थ थी और लोगों से बात कर रही थी.’