Parliament Water Leakage: कुछ घंटों की मूसलाधार बारिश ने देश की नई संसद के निर्माण की पोल खोलकर रख दी है. सामने आए वीडियो में देखा जा रहा है कि संसद के मकर द्वार पर पानी भर गया है और अंदर की लॉबी की छत से पानी टपक रहा है. इसको लेकर विपक्षी दलों ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस सांसद ने कहा है कि वह इसी मुद्दे को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव देंगे.
इन दिनों संसद का मानसून सत्र चल रहा है. बुधवार को दिल्ली में हुई मूसलाधार बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है. जगह-जगह से ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं जो दिल्ली के प्रशासनिक तंत्र की पोल खोल रहे हैं. अब देश की नई संसद का एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि उसकी छत से पानी टपक रहा है. यह वीडियो कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने शेयर किया है. उन्होंने इसे पेपर लीक से जोड़ते हुए कहा है कि बाहर पेपर लीक हो रहा है और अंदर पानी लीक हो रहा है. वहीं, हिमाचल प्रदेश से लेकर केरल तक हो रही भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के चलते तबाही मची हुई है. इन घटनाओं में अभी तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं और देश के लाखों लोग प्रभावित हुए हैं.
बुधवार शाम को शुरू हुई बारिश के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर, आईटीओ, नई दिल्ली समेत बाहरी दिल्ली और नोएडा में भी कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बन गई. शाम को भी संसद का एक वीडियो सामने आया था जिसमें देखा गया कि मुख्य इमारत के बाहर पानी भर गया था जिससे सांसदों को गाड़ी में बैठने में दिक्कत हो रही थी. कमोबेश यही हाल पूरी दिल्ली का दिखा. हर इलाके से खबरें आईं कि पानी भर गया है. वहीं, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली सरकार और अन्य विभागों की तैयारियों पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो गए गए हैं.
संसद में भी टपकने लगा पानी
अब तमिलनाडु से आने वाले कांग्रेस के सांसद मणिकम टैगोर ने जो वीडियो शेयर किया है, वह संसद की नई बिल्डिंग का है. इसमें देखा जा सकता है कि शीशे से बनाई गई डिजाइनर छत से पानी टपक रहा है. इसके बारे में मणिकम टैगोर लिखते हैं, ‘बाहर पेपर लीक, अंदर पानी लीक. हाल ही में उस लॉबी में पानी लीक हो रहा है जिसका इस्तेमाल राष्ट्रपति करती हैं. यह दिखाता है कि नई बिल्डिंग में मौसम से जुड़ी समस्याएं इसके निर्माण के एक साल बाद ही दिखने लगी हैं. इस मुद्दे को लेकर लोकसभा स्थगन प्रस्ताव पेश कर रहा हूं.’
इससे पहले, बुधवार शाम को संसद के मकर द्वार के पास पानी भरने के बाद इसको लेकर कई सवाल उठाए गए. राष्ट्रीय जनता दल ने ट्विटर पर लिखा, ’70 साल-70 साल करने वाले 70 सालों के बाद अपने महिमामंडन के लिए जबरदस्ती अरबों रुपये खर्च करके भी ऐसी संसद नहीं बना पाए जो 17 मिनट की बारिश झेल जाए! नए संसद भवन के ‘मकर द्वार’ पर थोड़ी सी बारिश में ही ‘मकर’ के तैरने की व्यवस्था हो गई!’