कर्नाटक में रेवन्ना ब्रदर्स से लेकर 80 साल के येदियुरप्पा पर लगे स्कैंडल्स की जांच में जुटी सीआईडी के अधिकारियों की आपबीती सामने आई है. आधिकारियों ने कहा कि ये काफी घिनौना है और काफी थका देने वाला है. रेवन्ना ब्रदर्स पर अलग-अलग महिलाओं ने रेप का आरोप लगाया है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा नाबालिग से यौन शोषण का आरोप झेल रहे हैं, जिनकी जांच सीआईडी कर रही है.
Karnataka CID Scandals Investigation: कर्नाटक की सीआईडी टीम एक साथ तीन-तीन राजनीतिक हस्तियों के सेक्स स्कैंडल से जुड़े मामलों की जांच पड़ताल कर रही है. तीनों ही मामलों के आरोपी हाई-प्रोफाइल शख्स हैं. आम तौर पर चुनौतीपूर्ण अपराधों, घोटालों और अलग तरह के कांडों से निपटने वाली सीआईडी की टीम इन तीनों मामलों की पड़ताल करते हुए कई चुनौतियों का सामना कर रही है. सीआईडी के आधिकारी तीनों मामलों की जांच करते हुए खुद को अजीब स्थिति में देख रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अफसर देर रात तक मामले से जुड़े वीडियो को देखते हैं और हेडफोन लगाकर वीडियो में आ रही आवाजों को सुनते हैं. अधिकारियों का कहना है कि ये कभी-कभी काफी असहनीय हो जाता है. मूल रूप से कहें तो ये काफी घिनौना है और हम थक चुके हैं.
फिलहाल, कर्नाटक की CID टीम एक साथ तीन मामलों की जांच कर रही है, जिनके आरोपी ‘VIP’ हैं. इन तीन मामलों में हासन के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना की ‘पेन ड्राइव’ वाली गाथा है. साथ ही, उनके भाई और एमएलसी सूरज रेवन्ना से जुड़े यौन शोषण का भी मामला है. तीसरा मामला कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और 80 साल के बीएस येदियुरप्पा से जुड़ा है, जिनके खिलाफ पोक्सो का मामला दर्ज है.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने ने हाई-प्रोफाइल मामलों को संभालने वाले कई CID के अधिकारियों से बातचीत की और उनसे उनकी राय जानी. तीनों मामलों की जांच में जुटी सीआईडी टीम के अधिकारियों की एक प्रतिक्रिया आम थी, जिसमें कहा गया कि ये काफी घिनौना है… हम थक चुके हैं. दरअसल, सीआईडी की टीम तब सुर्खियों में आई जब कर्नाटक सरकार ने उसे रेप के आरोपी प्रज्वल से जुड़े पेन ड्राइव कांड की जांच करने का आदेश दिया.
कर्नाटक सीआईडी के पास क्या चुनौतीपूर्ण?
लोकसभा चुनाव के दौरान हासन में फोटो और सेक्स क्लिप वाली पेन ड्राइव बांटी गई थी. इसके बाद हासन से तत्कालीन सांसद प्रज्वल रेवन्ना पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया था. मामले में जुटी सीआईडी टीम के अफसरों के पास दो मुख्य चुनौतियां हैं. इनमें पहला ये कि उन्हें पता लगाना है कि सेक्स वीडियो में आंशिक रूप से दिख रहा शख्स क्या वास्तव में प्रज्वल है? दूसरी चुनौती ये कि मामले में पीड़ित पक्ष में शामिल लोगों के बयान दर्ज किए जाएं और उनके बयान की पुष्टि सबूतों के साथ मैच कराई जाए.
एक अधिकारी ने कहा कि अपने सीनियर्स से स्पष्ट निष्कर्षों के बारे में बात करना मुश्किल था, दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ चर्चा करना तो दूर की बात है. एक अधिकारी ने कहा कि हमें पीड़ितों के बयान दर्ज करते समय उन्हें वीडियो और तस्वीरें दिखानी पड़ीं, जो ये हमारे और उनके लिए दोनों के लिए एक दर्द था.
अफसरों से बातचीत के दौरान टाइम्स ऑफ इंडिया को पता चला कि कुछ अधिकारियों ने डिपार्टमेंट के अधिकारियों से संपर्क किया और कहा कि उन्हें काम करने में मुश्किल हो रही है. अफसरों ने बताया कि हम प्रज्वल से जुड़े मामले की जांच कर रही रहे थे कि तभी येदियुरप्पा का मामला सामने आ गया. पूर्व मुख्यमंत्री पर एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया है, जब वो अपनी मां के साथ किसी अन्य मामले में मदद मांगने उनके पास आई थी.
अफसर किसी राजनीतिक दबाव को नहीं स्वीकार कर रहे, लेकिन…
हालांकि, सीआईडी टीम के अधिकारी खुले तौर पर उन पर डाले जा रहे राजनीतिक दबाव को स्वीकार नहीं करते हैं, लेकिन येदियुरप्पा मामले ने निश्चित रूप से उनके तनाव के स्तर को बढ़ा दिया है. अफसर बातचीत में बताते हैं कि पहले प्रज्वल, फिर येदियुरप्पा और अब एमएलसी सूरज रेवन्ना के खिलाफ मामला. अभी तक, मामले की पड़ताल ऑडियो बातचीत और व्हाट्सएप चैट तक ही सीमित है. हमें नहीं पता कि आने वाले दिनों में और क्या-क्या सामने आएगा. सीआईडी इंस्पेक्टर ने चुटकी लेते हुए कहा कि भगवान का शुक्र है कि दर्शन से जुड़ा मामला हमारे पास नहीं आया, वरना हम निजी रिश्तों की जांच कर रहे होते.
इनके अलावा, सीआईडी की टीम एक अन्य बड़े मामले की जांच में जुटी है. इस बड़े मामले में स्कैंडल जैसा कुछ नहीं है. जिस चौथे मामले की जांच सीआईडी की टीम कर रही है, वो करोड़ों रुपये का वाल्मीकि निगम घोटाला है. कुछ अफसर कहते हैं कि सीआईडी की लोकप्रियता इन दिनों वायरल मीम्स से भी ज्यादा तेजी से बढ़ी है. एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि हर कोई हमारा अस्तित्व तक भूल गया था, लेकिन अब ग्राम पंचायत स्तर पर लोग चाय पर हमारी जांच पर चर्चा करते हैं.