श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के गौरी शंकर (शंकर पार्वती) स्वरूप का भक्तों ने किया दर्शन
श्रावण माह के दूसरे सोमवार को शाम 7 बजे तक 2 लाख 59 हज़ार से अधिक लोगो ने विशेश्वर के दरबार में नवाया शीश
22 जुलाई से शुरू हुए सावन माह में अब तक (29 जुलाई 7 बजे तक) 14 लाख 97 हज़ार 336 भक्तो ने श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा का ले चुके आशीर्वाद
वाराणसी/संसद वाणी :श्री काशी विश्वनाथ धाम में सावन के दूसरे सोमवार को बाबा के दरबार में भक्तों के आस्था का अटूट कतार देखने को मिला। बाबा विश्वनाथ के के गौरी शंकर (शंकर पार्वती ) स्वरूप का श्रृंगार हुआ। बाबा के भक्तों ने काशी पुराधिपति के इस विशेष स्वरूप का दर्शन किया । श्रावण माह के दूसरे सोमवार को शाम 7 बजे तक 2 लाख 59 हज़ार से अधिक लोगो ने विशेश्वर के दरबार शीश नवाया है। 22 जुलाई से शुरू हुए सावन माह में अभी तक 14 लाख 97 हज़ार से अधिक भक्तो ने श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा का आशीर्वाद ले चुके हैं। योगी सरकार के अधिकारियो ने बाबा के भक्तों के लिए रेड कार्पेट बिछाकर शिव भक्तों पर पुष्प वर्षा किये।
श्रवण माह में काशी कावड़ियों और शिवभक्तों के हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज रही है। रविवार को रात से लगी श्रद्धा की कतार बाबा के नव्य भव्य धाम से होते हुए जब काशीपुराधपति के चौखट पर पहुंची तो भक्त महादेव को जलाभिषेक करके झूम उठे। हाथों में बेलपत्र ,धतूरा और जलाभिषेक के लिए गंगा जल लिए हुए भक्तों के बोल बम के उद्घोष से काशी गुंजायमान रही। श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि शाम 7 बजे तक 2 लाख 59 हज़ार 422 श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके थे , जबकि सावन माह में अब तक 14 लाख 97 हज़ार 336 भक्तो ने बाबा के दर्शन किये हैं ( 22 जुलाई से 29 जुलाई शाम 6 बजे तक का अकड़ा है )
श्रावण मास के पहले सोमवार को बाबा का दर्शन कर चुके हैं सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सावन के पहले ही दिन सोमवार को बाबा के दरबार में हाज़िरी लगाकर लोकमंगल की कामना किये थे। साथ है श्री काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले कावड़ियों और श्रद्धालुओ को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए मंदिर और जिला प्रशासन को निर्देश भी दिए थे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि एकल लाइन व्यवस्था सुचारू रही ,श्रद्धालुओं का यूजर एक्सपीरियंस पूर्णतः संतोषजनक एवं श्रद्धालुओं द्वारा अत्यंत प्रशंसनीय बताया जा रहा है।