प्रहलाद पाण्डेय
वाराणसी/संसद वाणी : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज मे ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के बाद से ही देश भर मे डॉक्टर्स हड़ताल और आंदोलन कर रहे, वही अब आम जन भी इससे जुड़ते जा रहे है रविवार को वाराणसी मे सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ पोस्टर जारी कर विरोध जताया जा रहा, पोस्टर मे लिखा है की बंगाल नही बलात्कारियों की दीदी और घुसपैठियों की खाला है ममता बनर्जी, इसकी है बस तीन दवाई जूता चप्पल और पिटाई इसके साथ ही पीड़िता को न्याय और ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग भी किया गया है ।
पोस्टर जारी करने वाले भाजपा नेता अधिवक्ता दीपक सिंह राजवीर है जो लगातार मृत महिला डॉक्टर को न्याया दिलाने के लिए आवाज बुलंद कर रहे है । दीपक ने बताया की ममता बनर्जी महिला होकर भी एक पीड़िता जिसको तड़पा तड़पा के दरिंदगी के साथ मारा गया उसका दर्द उसकी मां की स्थिति जिसने अपनी होनहार बेटी को खोया उसकी पीड़ा न समझ उल्टा अपने साथी डॉक्टर के रेप और हत्या के बाद कार्यवाही की मांग कर रहे डॉक्टर्स पे बर्बरता के साथ लाठी चार्ज कराया । कोलकाता पुलिस ने सीएम के आदेश पर पूरा साक्ष्य मिटा इसको आत्महत्या साबित करने का प्रयास किया । ममता बनर्जी ने अपने गुंडों को ट्रकों और बसों से भेज हॉस्पिटल मे तोड़ फोड़ कराया, ममता बनर्जी पूर्णतः पश्चिम बंगाल मे अराजकता फैला दूसरा बांग्लादेश बनाना चाहती है जो हम सब कभी होने नही देंगी पीड़िता को न्याय दिलाने तक लड़ाई लड़ा जाएगा । बंगाल मे मुख्य विपक्ष की भूमिका मे बीजेपी के मांग पर सीबीआई को केस मिला तब जाकर कुछ न्याय मिलने का भरोसा हो पाया । पश्चिम बंगाल मे तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है ।