संवाददाता :- महेश यादव
दानगंज/संसद वाणी: युगों युगों से कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ रही है और इस रीढ़ को मजबूत करने में किसानों ने अपना पसीना बहाया लेकिन उनकी अपेक्षा के अनुरूप उन्हें लाभ नहीं मिल सका।खेती में अंधाधुंध रसायनों के प्रयोग से भी मुश्किलें बढ़ीं, फलस्वरूप किसानों को स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानियों को भी झेलना पड़ा लेकिन प्रदेश में अब हालात बदले हैं और प्रदेश की मौजूदा सरकार किसानों के लिए समर्पित सरकार है और किसानों के हितों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं।ऐसे में किसान भाई स्वस्थ व निरोगी काया के लिए व अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए औषधीय खेती को अपनाएं। उक्त सलाह प्रदेश के आयुष औषधीय एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री डा.दयाशंकर मिश्र “दयालु गुरू” ने शुक्रवार को बबियांव गांव में नेशनल एग्रो फाउंडेशन द्वारा चोलापुर कल्याण फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीओ)को अनुदानित गोदाम/भंडारण कक्ष के उद्घाटन कार्यक्रम में किसानों को दी।बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोग प्राकृतिक खेती की बात करते हैं हम लोग तो प्राकृतिक चिकित्सा की बात करते हैं।आज आयुर्वेद चिकित्सा को न सिर्फ भारत के लोगों ने बल्कि विदेशों में भी लोगों ने अपनाया है।
प्रकृति की ओर लौटें किसान, प्राकृतिक खेती से बढ़ेगी आय
नेशनल एग्रो फाउंडेशन एवं कृषि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बतौर विशिष्ट अतिथि मिर्जापुर के विधान परिषद सदस्य श्याम नारायण सिंह “विनीत सिंह” ने कहा कि किसान एक बार पुन: प्रकृति की ओर लौटें और बिषमुक्त खाद्यान्न उत्पादन के लिए रोजगार परक प्राकृतिक खेती को अपनाएं जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हो सके। नेशनल एग्रो फाउंडेशन के चेयरमैन व पूर्व वित्त सचिव भारत सरकार एमआर सिवारमन ने एफपीओ के महत्व व किसानों के लिए एफपीओ की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को संयुक्त कृषि निदेशक वाराणसी मंडल एसएन दुबे ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री चंद्रशेखर सिंह ने की।
काशी जैविक उत्पाद का स्टाल रहा आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम में ईश एग्रीटेक सहित जनपद में कार्यरत सभी सात संस्थाओं की ओर से लगाये गये “काशी जैविक उत्पाद” के स्टाल लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे।मुख्य अतिथि ने भी जैविक स्टालों का निरीक्षण किया।
इनकी रही उपस्थिति-:
कार्यक्रम में उप कृषि निदेक भूमि संरक्षण विशाल सिंह, कृषि वैज्ञानिक डा.नरेंद्र रघुवंशी, डा.राहुल सिंह, एनएएफ के निदेशक आर एस स्वामीनाथन, शेखर मणि त्रिपाठी, रजनीकांत पाण्डेय, फौजदार यादव,सौरभ रघुवंशी, शिव कुमार, स्वामी शरण कुशवाहा, प्रवीण नागर, ऋषिकेश, अखिलेश तिवारी, प्रवीण श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में किसान उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन देवमणि त्रिपाठी व धन्यवाद ज्ञापन शैलेंद्र रघुवंशी ने किया।