फायर ब्रिगेड के अधिकारी ने आरटीओ से की शिकायत, पर कई माह बीत जाने के बाद भी मुंबई आरटीओ के अधिकारियों को समय ही नहीं..
हस्ताक्षर अभियान का भी किसी अधिकारी पर कोई असर नहीं पड़ा…
चाहे कुछ भी हो जाए पार्किंग बंद नहीं होगी: फेडरेशन के सदस्य
म्हाडा के जांच से कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला: फेडरेशन का अध्यक्ष
म्हाडा के अधिकारी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते: फेडरेशन के सदस्य
मुम्बई/संसद वाणी। कई बार शिकायत के बाद भी सोसायटी और फेडरेशन के अध्यक्ष को कुछ असर नहीं पड़ा, आपको याद दिला दें कि मलाड पश्चिम मालवाणी गेट नं 8 पर एक फेडरेशन बना है जिसका अध्यक्ष खुली जगह पर अवैध पार्किंग करवा कर सोसायटी के पर्ची पर रुपए वसूली कर रहा है, यह विषय को एक वर्ष के करीब हो गए होंगे और इस विषय को कई बार दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित भी किया गया और म्हाडा बांद्रा के कार्यालय में लिखित शिकायत भी की गई, म्हाडा के अधिकारियों द्वारा जांच इतनी धीमी की जा रही है कि फेडरेशन और सोसायटी के अध्यक्ष को उसका कुछ खास असर पड़ा नहीं। आपको बता दें कि जो व्यक्ति फेडरेशन का अध्यक्ष है वह मालवाणी स्वयंपूर्ति सोसाइटी का भी अध्यक्ष है वह सोसायटी में १३ वर्षो से पद पर बैठा है और अभी तक एक बार भी पद छोड़ा नहीं है। वह १३ वर्षों में अच्छे से जान गए है कि लगातार सोसायटी के पद पर बैठे रहने के लिए क्या करना होगा और अगर कोई शिकायत कर भी दिया तो म्हाडा के अधिकारियों द्वारा क्या किया जाएगा, उसकी भी सारी जानकारी है, क्योंकि वह अपने बिल्डिंग के सभी लोगों से यही बोलता है कि मैं सब देख लूंगा मुझे किसी चीज का डर नहीं, अब यही सब देख कर कोई रूम मालिक उसके खिलाफ नहीं जाते और जाते है उन्हें काफी दिक्कत का सामान करना पड़ता हैं।
- फायर ब्रिगेड के अधिकारियों द्वारा मुंबई आरटीओ पुलिस को यह शिकायत भेजी गई, पर कई माह बीत जाने के बाद भी किसी भी अधिकारी के कान में जूं तक नहीं रेंगा..
आपको बता दें कि फेडरेशन के सदस्यों और मालवाणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी के अध्यक्ष बालासाहेब भगत के द्वारा जो अवैध पार्किंग की जा रही उसके खिलाफ हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया जिसमें काफी लोगों ने बढ़ चढ़कर कर हिस्सा लिया, और उसकी कॉपी म्हाडा कार्यालय में भी जमा की गई है, अब आपको जान कर यह हैरानी होगी कि उसे वह हस्ताक्षर अभियान की कॉपी मिल गई अब उसने अपने बिल्डिंग में और अन्य ४ और बिल्डिंग जितने लोगों ने हस्ताक्षर किया उन्हें बुला कर रूम खाली करने का डर दिखाना शुरू कर दिया। आपको यह भी जानना बहुत जरूरी है कि फेडरेशन में जितने भी सदस्य है वह सभी अपने बिल्डिंग के चेयरमैन या सचिव है, तो फेडरेशन का अध्यक्ष भगत जो बोलता है तो फेडरेशन के सभी सदस्य उसकी बात मानते है वह सब जानते है कि यहां पर पार्किंग के लिए म्हाडा से अनुमति नहीं मिली है उसके बाद भी पार्किंग के खिलाफ नहीं जाते, फेडरेशन के सभी सदस्य यह भी जानते है कि अगर बिल्डिंग में कोई दुर्घटना हुई तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी अंदर नहीं आ सकती है यह सब जानते हुए भी यह लोग फेडरेशन के अध्यक्ष का क्यों साथ दे रहे है? अब इसका भी भी जांच हो तो पता चले कि कुछ भी कुछ भी हो जाए पर वह पार्किंग बंद ना हो?
अवैध पार्किंग के चक्कर में फेडरेशन के सदस्यों द्वारा लोगों के जान से खिलवाड़ भी किया जा रहा हैं, आपको बता दे कि फेडरेशन जिस जगह पार्किंग करवा कर सोसायटी के माध्यम से चार्ज लिया जा रहा है, वह जगह म्हाडा ने इस लिए छोड़ रखी है कि बिल्डिंग में किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी अंदर जा सके, पर फेडरेशन और सोसायटी के सदस्यों को यह पता है कि वह जो करेंगे उन्हें कोई नहीं रोक सकता, अब यह भी देख सकते हैं कि हस्ताक्षर अभियान में लगभग १०० के करीब लोगों ने हस्ताक्षर किया होगा पर अभी तक किसी अधिकारी को कोई फर्क नहीं पड़ा।
ऐसा क्यों होता है कि जो गलत कार्य करता है उसके ऊपर सिस्टम जल्दी करवाई नहीं करती है?
आपको बता दें कि फेडरेशन और सोसायटी का जो अध्यक्ष हैं वह एक ऑटो रिक्शा चालक है, पर आपको जान कर यह ताजुब होगा कि यह कई फ्लैट के मालिक भी हैं, अब कोई सोसायटी के पद पर बैठकर 20 लाख फ्लैट खरीद लेना यह भी एक सवाल तो बनाता है और अध्यक्ष साहब का कोई अन्य व्यापार भी नहीं है, हां यह सोसायटी के पद पर बैठकर १३ वर्षों से रूम दलाली जरूर है, जिसका हमारे मीडिया के पास काफी प्रमाण भी है, और पहले यह रूम दलाली खुलेआम करते थे जब से संसद वाणी के समाचार पत्र में रूम दलाली के विषय को प्रकाशित किया गया तब से चोरी छिपे करते हैं, पर करते है, अब सवाल तो यह उठेगा ही क्या आप सोसायटी के पद पर बैठकर कर रूम दलाली कर सकते हैं? और १३ वर्षों में आप ने ऐसा क्या कर दिया कि कोई व्यापार न होने के बावजूद अध्यक्ष साहब कई फ्लैट खरीद लिए? अब आपके पास इतना रुपए कहा से आए? अब यह सब सवाल पूछना सोसायटी और फेडरेशन के अध्यक्ष साहब को बुरा लग जाता है.. यहां पर यह यह दिक्कत है कि यह लोग सचिव और अध्यक्ष के पद बैठकर जो चाहे करे इनसे कोई सवाल नहीं पूछ सकता है, अब जैसे इनसे अगर कोई कहे कि आप यह जो पार्किंग के चक्कर रोड लॉक कर दिए हैं अगर कोई दुर्घटना हो तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी कैसे अंदर आएगी? तो फेडरेशन और सोसायटी के अध्यक्ष साहब भगत का कहना है कि वह हेलीकॉप्टर बुलावा देंगे पर पार्किंग बंद नहीं करेंगे..
मालवाणी गेट नं 8 पर जो सामना नगर में म्हाडा बिल्डिंग है उसमें जितने भी सोसायटी के अध्यक्ष और सचिव है उसमें ज्यादातर लोग बिल्डिंग के देखरेख करने के लिए पद पर नहीं बैठते है बल्कि वह इसलिए पद लेते है कि वह रूम दलाली कर सके..
अब कई बार शिकाया करने के बाद भी किसी अधिकारी की आंख नहीं खुली? अब डर इस बात का है जब इन अधिकारियों की आंखे खुले तो कहीं देर ना हो जाए?