झारखंड के एक बार फिर सत्ता परिवर्तन तय है। इंडिया अलायंस की बैठक में हेमंत सोरेन को एक बार फिर से नेता चुनने का निर्णय लिया गया। वहीं चंपाई सोरेन सीएम पद से हटने के बाद अब इंडिया अलायंस में समन्वय समिति के चेयरमैन बनाए जाएंगे। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा का अभी इंतजार किया जा रहा है। सभी विधायकों को रांची में रहने का निर्देश दिया गया है।
जेल से बाहर आने के बाद पहली बैठक
हेमंत सोरेन के जमानत पर जेल से छूटने के बाद उनके नेतृत्व में यह पहली औपचारिक बैठक है। हेमंत सोरेन के जेल से छूटने के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि हेमंत सोरेन एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
विधायकों को अनिवार्य रूप से बैठक में शामिल होने का निर्देश
रांची में होने वाली सत्तारूढ़ विधायकों की बैठक में जेएमएम, कांग्रेस और राजद समेत आईएनडीआईए में शामिल सभी दलों के विधायकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश हैं।
चंपई सोरेन के सभी कार्यक्रम रद्द
चंपई सोरेन ने भी अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। मंगलवार से ही सीएम चंपई सोरेन अपने आवास पर हैं। उनसे मुलाकात के लिए आने वाले लोगों को भी यह कहकर लौटा दिया कि मुख्यमंत्री की तबीयत ठीक नहीं है।
JMM के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्होंने ईडी के हिरासत में रहते हुए ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट ने 28 जून को बड़ी राहत दी. उन्हें जमानत मिल गई और उनकी जेल से रिहाई हो गई.
चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं हेमंत सोरेन
झारखंड हाई कोर्ट ने हेमंत सोरेन को जमानत देते हुए कहा था कि यह मानने के कारण हैं कि रांची में एक भूखंड को लेकर उनके खिलाफ दर्ज धन शोधन के मामले में वे दोषी नहीं हैं. रिहाई के बाद हेमंत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि उन्हें बताया गया है कि झारखंड विधानसभा चुनाव जल्दी घोषित हो सकते हैं और वे इसके लिए तैयार हैं. दरअसल, सूबे में इस साल के आखिरी में चुनाव होने हैं, ऐसे में हेमंत सोरेन सत्ता पर काबिज होकर अपने माफिक माहौल बनाने का भरसक प्रयास करने की कोशिश करेंगे.