वाराणसी/संसद वाणी : “धरोहर संरक्षण सेवा संगठन “ द्वारा सनातन विस्तार के उद्देश्य को लेकर अनवरत चल रहे “संस्कृति संवाद यात्रा “की बैठक का (सोलहवाँ पड़ाव) वैभव बालिका विद्यापीठ इण्टर कॉलेज, साई उदयपुर वाराणसी, मे आयोजित किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रबंधक सुशील कुमार सिंह ने किया।
मुख्य वक्ता संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णा नन्द पाण्डेय ने कहा कि पेट की भूख व्यक्ति को ग़द्दार बनाती है, राष्ट्र व संस्कृति की भूख व्यक्ति को क्रान्तिकारी बनाती की है, आज सनातनी अपनी व्यक्तिगत भूख के लिए दौड़ लगा रहा है, बहुतायत सनातनी संस्कृति के नाम पर सो रहा है,आज के वैश्विक परिवेश की स्तिथि को देखते हुए आवश्यक है कि, पेट के लिए दस कदम तो राष्ट्र व संस्कृति के लिए पाँच कदम चलना होगा। सभी समस्याओं का समाधान हमारे धर्मग्रंथों मे है, हमे पढ़ने की जरूरत है, जब तक हम धर्मग्रंथों का अध्ययन नहीं करेंगे, तब तक सनातन रक्षा का सूत्र प्राप्त नहीं हो सकता है। हमारी संस्कृति, मानवीय मूल्यों पर आधारित
विचारधारा है, मानवाधिकार को संरक्षित करने व मानवता के विकास का सूत्र सनातन संस्कृति मे है, इसलिए यह कहना अतिशयोक्ति नहीं हैं कि सनातन ही मानवता का रक्षक है, सनातन के विस्तार से ही मानवता की रक्षा सम्भव है, वक्ताओं मे श्री गौरव मिश्र ने हर सनातनी को सैनिक व
सनातन विस्तार योद्धा बनना पड़ेगा, अब समय आ गया है हर सनातनी को साधक के साथ योद्धा बनना होगा । वक्ताओं मे श्री विन्ध्यवासिनी पाण्डेय ने कहा कि सनातन संस्कृति को जन जन तक पहुँचाना होगा हमारी परम्पराएँ ही पूरी दुनिया को सुख की अनुभूति कराती है।
श्री चन्द्रदेव पटेल ने कहाकि, सनातन संस्कृति विश्व का कल्याण हो का उद्वघोष करती है, ऐसी परम्परा, संस्कृति की रक्षा के लिए हमे अपने सर्वोच्च बलिदान के लिए तैयार रहना होगा। डा.अखिलेश सिंह ने विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि सनातन समाज को संगठित होकर अपनी संस्कृति का विस्तार करने का समय आ गया है, पूरे विश्व का कल्याण
सनातन संस्कृति ही कर सकती है।
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से सर्वश्री राजन मिश्र प्रदीप पाण्डेय, रामसेवक राजभर, विष्णु सिंह,अभिनव मिश्र, मधुकर चौबे, कवीन्द्र उपाध्याय, कुलदीप मिश्र, मनीष गिरी, धर्मेन्द्र शर्मा, शुभम् मिश्र, सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आयोजन राजू पाण्डेय ने किया, कुशल संचालन शुभम् पाण्डेय ने किया, कार्यक्रम का समापन सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ से हुआ ।