Election News: नरेंद्र मोदी रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. इससे पहले JDU नेता केसी त्यागी के बयान से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. उन्होंने बताया कि कैसे इंडिया ब्लाक नीतीश कुमार को अपनी ओर करने की कोशिश कर रहा था.
नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. इसमें सबसे बड़ा योगदान JDU नेता नीतीश कुमार और TDP नेता चंद्रबाबू नायडू का है जिन्होंने मोदी को NDA का नेता चुना. इसके पहले कयास लगाए जा रहे थे कि नीतीश कुमार इंडिया ब्लाक में जा सकते हैं. हालांकि, ऐसा कुछ हुआ नहीं. बल्कि, अब इन सारे कयासों पर JDU की तरफ से जवाब आया है. उन्होंने बताया कि इंडिया गठबंधन क्या कोशिश कर रहा था.
लोकसभा चुनाव 2024 में जनता ने किसी एक राजनीतिक पार्टी को स्पष्ट जनादेश नहीं दिया. ऐसे को गठबंधन की सरकार बनना तय हुआ और शुक्रवार को NDA की बैठक में नरेंद्र मोदी के नाम पर मुहर लग गई. इस दौरान नीतीश कुमार का नाम जमकर उछलता रहा कि वो पलट जाएंगे. अब उनकी पार्टी नेता ने इसपर जवाब दिया है.
केसी त्यागी ने खोला राज
जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि ये यह इंडिया ब्लॉक के नेताओं के राजनीतिक दिवालियापन को दर्शाता है जो नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बनाने के लिए तैयार नहीं थे. अब वो उन्हें पीएम पद की पेशकश कर रहे हैं. मुझे खुशी है कि जेडीयू नेतृत्व ने उन्हें अस्वीकार कर दिया और नीतीश कुमार ने नए PM के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन किया.
केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार के फैसले के साथ ही विपक्षियों की ओर से फैलाई जा रही अफवाहें समाप्त हो गईं. अगर कोई नेता नाम जानना चाहता है या इनकार करना चाहता है, तो हमारे पास सारे सबूत हैं. हां हम बता रहे हैं हमारे पास परिणामों के बाद 4 जून को प्रस्ताव आया था.
कांग्रेस ने दिया जवाब
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने ऑफर वाले दावे पर केसी वेणुगोपाल ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई जानकारी उनके पास नहीं है. जिन राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा वहां की समीक्षा के लिए कमेटियां बनाई जा रही हैं. राहुल गांधी को विपक्ष का नेता बनाए जाने का प्रस्ताव पास हुआ. हमारा ध्यान इन पर है. JDU कहां से कौन सा दावा कर रही है वो जानें.
पहले जारी किया था पत्र
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी. उन्होंने कहा था कि तमाम जोड़- तोड़ और झूठे प्रचार पर करोड़ों बहाने के बाद भी लगातार तीसरी बार चुनाव हारने के बाद इंडी गठबंधन के नेताओं का मानसिक संतुलन हिल गया है. नीतीश कुमार के बारे में किया जा रहा दुष्प्रचार उनकी इसी बौखलाहट का नतीजा है. यह लोग जान लें कि एनडीए की एकता चट्टान की तरह मजबूत है.