रक्षा मंत्रालय ने 11 जून को लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को आर्मी चीफ बनाने का ऐलान किया था. उन्हें ने आज आर्मी चीफ का चार्ज संभाला लिया है. उन्होंने जनरल मनोज सी पांडे की जगह ली है. इससे पहले उपेंद्र द्विवेदी उप सेना प्रमुख के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे थे. लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी चीन और पाकिस्तान के एक्सपर्ट माने जाते हैं.

लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी नए आर्मी चीफ का का चार्ज संभाला लिया है. जनरल द्विवेदी 30वें सेना प्रमुख हैं. रक्षा मंत्रालय ने 11 जून को उन्हें आर्मी चीफ बनाने का ऐलान किया था. उनके पास इससे पहले वे सेना के नॉर्दर्न आर्मी कमांडर, DG इन्फेंट्री और सेना में कई अन्य कमांड पर काम करने का अनुभव है. उन्होंने जनरल मनोज सी पांडे की जगह ली है. इससे पहले उपेंद्र द्विवेदी उप सेना प्रमुख के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे थे. 

दरअसल, रिटायर्ड जनरल मनोज पांडे 31 मई को रिटायर होने वाले थे, लेकिन भारत सरकार ने उनके कार्यकाल को एक महीने बढ़ा दिया था. लेकिन अब उपेन्द्र द्विवेदी नए सेना प्रमुख होंगे. उपेन्द्र द्विवेदी ने मध्‍य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्‍कूल से अपनी पढ़ाई की . इस स्‍कूल ने उन्होंने अपनी कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की. साल 1984 को उन्हें जम्मू और कश्मीर राइफल्स में नियुक्त किया गया. 

कौन हैं नए सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी?

लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी का जन्म 1 जुलाई 1964 को हुआ था. 15 दिसंबर 1984 को वे भारतीय सेना की इन्फैंट्री जम्मू और कश्मीर राइफल्स में शामिल हुए थे. लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी देश के कई अहम मोर्चे पर तैनात रहे. वे 18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट, 26 सेक्टर असम राइफल्स ब्रिगेड को संभाल चुके हैं. उन्होंने 9 कोर की कमान भी संभाली है. लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी इसी साल 15 फरवरी को उप सेना प्रमुख नियुक्त किए गए थे. उन्होंने ऑपरेशन रक्षक के दौरान चौकीबल में एक बटालियन की कमान संभाली थी. 

चीन और पाकिस्तान पर रही है पैनी नजर 

लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी के पास चीन और पाकिस्तान की ओर से उत्पन्न चुनौतियों की गहरी समझ है, क्योंकि वह उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफके रूप में अपने दो साल तक जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. सैनिक स्कूल रीवा से अपनी पढ़ने के बाद , उपेंद्र द्विवेदी ने नेशनल डिफेंस कॉलेज और यूएस आर्मी वॉर कॉलेज से आगे की शिक्षा पूरी की. इसके बाद उपेंद्र द्विवेदी ने डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज, महू में भी अध्ययन किया है. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी  को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम), अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) और तीन जीओसी-इन-सी प्रशस्ति पत्र से भी सम्मानित किया गया है.

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