रोटरी मंडल (3120) का तीन दिवसीय अधिवेशन ‘‘अद्वितीय’’ का दूसरा दिन

शत्रु तिरस्कार का नही, बल्कि नमस्कार का हकदार होता है : आशुतोष राणा

वाराणसी/संसद वाणी : आज मैं जो कुछ भी हूं, जो कुछ भी मुझे मिला है, वह गुरुदेव भगवान की कृपा से मिला है। आज मैं महादेव की नगरी मैं हूं, महादेव वो है जो उन्हें बनता है, वह उनसे जुड़ जाता है और महादेव उसे प्रसिद्ध कर देते हैं। तमाम विसंगतियों में भी संगति स्थापित कर देने वाले ही महादेव है। उक्त बातें प्रख्यात् एक्टर आशुतोष राणा ने रोटरी क्लब मंडल – 3120 के 41वें मंडलीय अधिवेशन ‘‘अद्वितीय’’ के दूसरे दिन शनिवार को कहा।

पूरी आत्मीयता के साथ कुर्सी पर पालथी मारकर बैठे उन्होने ज्ञान और अहंकार का भेद करते हुए कहा कि रावण को ज्ञान का अधिकार था और भगवान श्री राम को अहंकार का ज्ञान था। यही कारण एक निंदनीय हुआ और दूसरा पूज्यनीय हो गया। इसलिए हमें अहंकार नहीं करना चाहिए, हमारा ज्ञान ही हमारे जीवन को सार्थक बनता है। अपने जीवन से नकारात्मकता को दूर करने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति में सकारात्मकता एवं नकारात्मकता दोनों होती है। जरूरत है कि हम नकारात्मकता को छोड़ सकारात्मकता को अपनाए। तभी हम अपने जीवन को सफल बनाकर कुछ अर्जित कर सकते हैं। आप जब भी सकारात्मक होंगे, नकारात्मकता आपको परेशान करने की कोशिश करेगी। आप कुछ समय बाद देखेंगे कि आपके चारों ओर सकारात्मकता ही होगी। बहुत लोग आपकी कामयाबी पर आपका विरोध करेंगे, लेकिन हमें उनके विरोध का जवाब नहीं देना चाहिए, विरोधी तिरस्कार का नहीं बल्कि नमस्कार का हकदार होता है क्योंकि वह अपने विरोध से आपकी शक्ति को बढ़ाता है और आपकी कामयाबी की राह को आसान बनाता है, आपको कामयाब बनाता है। हम बड़े परिणाम की आकांक्षा में छोटे-छोटे अवसर को छोड़ देते हैं। हमें छोटे अवसर को छोड़ना नहीं बल्कि उस छोटे अवसर को स्वीकार कर बड़े परिणाम में बदलने के लिए प्रयास करना चाहिए। तभी हमें कामयाबी मिलेगी और वो कामयाबी एक बड़ी कामयाबी का आधार बनेगी।

इससे पूर्व अधिवेशन के द्वितीय दिन का शुभारम्भ मंडल अध्यक्ष पारितोष बजाज एवं होस्ट क्लब रोटरी क्लब मिर्जापुर के अध्यक्ष शशांक टण्डन को उनके सक्रेटरी द्वारा कालर पहनाने एवं राष्टगान के बाद दीप प्रज्जवलन से हुआ। जिसके बाद रोटरी क्लब मंडल – 3120 के सीओजी (काउन्सल आफ गवर्नस) एवं सुपर स्टार (नवम्बर व दिसम्बर) का अभिनन्दन किया गया।

अधिवेशन की अगली कड़ी में रोटरी इंटरनेशनल प्रेसिडेंट रिप्रेजेंटेटिव (आर आई पी आर) मेजर दीपक मेहता ने कहा कि आज बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में रोटरी इंटरनेशनल प्रेसिडेंट रिप्रेजेंटेटिव बनकर आने पर बहुत खुशी हो रही है। डिस्ट्रिक 3120 पर बड़ी कृपा है की श्री काशी विश्वनाथ जी आशीर्वाद देने के लिए स्वयं विराजमान है। उन्होंने कहा कि रोटरी का मैजिक कोविड के दौरान दिखा, इस कठिन समय में ऐसे तमाम उदाहरण है कि रोटरी ने पुराने रिश्तों में जान डाल दी। जब किसी समस्या के समाधान के लिए एक समूह हाथ बढ़ाता है तो समाधान आसानी से हो जाता है और रोटरी उसका एक उदाहरण है। रोटरी का मतलब पैसा देना नहीं बल्कि मुस्कान बांटना है खुशियां बिखेरना है और ऐसा तभी संभव है जब हम अपने परिवार, प्रोफेशन में सफल होते हैं और तभी आप खुले दिल से समाज के लिए कुछ कर सकते हैं। रोटरी इंटरनेशनल डायरेक्टर टी एन सुब्रमनियन ने रोटरी की चर्चा करते हुए कहां कि रोटरी महत्वपूर्ण है, ना कि हमारा चेहरा। हमारी सर्विस, हमारा कार्य ही हमारी पहचान होनी चाहिए। अपने अनुभव सांझा करते हुए उन्होंने बताया कि रोटरी के एक छोटे से प्रयास से एक बड़ा बदलाव संभव है, बस हमें पूरी ईमानदारी के साथ प्रयास करने की जरूरत है।

अधिवेशन के दूसरे सत्र में मोटिवेशनल स्पीकर सलोनी प्रिया ने मोटिवेशन स्पीच और अनुभव सांझा कर लोगों को प्रोत्साहित किया। जिसके बाद इलूशनिस्ट तुषार राज कुमार ने सभी का खूब मनोरंजन किया। कार्यक्रम का संचालन डिस्ट्रिक गवर्नर पारितोष बजाज, अधिवेशन के चेयरमेन मुकेश अग्रवाल, डिस्ट्रिक ट्रेनर संजय अग्रवाल एवं धन्यवाद ज्ञापन डिस्ट्रिक सेक्रेटरी अनुराग त्रिपाठी ने किया।

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