मोदी जी ने मुस्लिम महिलाओं को इज्जत से जीने का माहौल दिया
मुस्लिम महिलाओं ने गीत गाकर, मोदी का जन्मदिन मनाया
मोदी के राज में सब सुखी, बस दुखी हैं अपराधी, आतंकवादी और भ्रष्टाचारी
वाराणसी/संसद वाणी : मुस्लिम महिला फाउंडेशन एवं विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में “विश्व विजेता मोदी” कार्यक्रम का आयोजन लमही के सुभाष भवन में किया गया। सुभाष भवन में जुटी मुस्लिम महिलाओं ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन ढोल की थाप और गीत गाकर मनाया। लड्ड़ू का भोग लगाया, सोहर गाया और दीप जलाकर अल्लाह से मोदी के लम्बी उम्र एवं कामयाबी की दुआ मांगी। हिन्दू-मुस्लिम महिलाएं मोदी के कार्यो और नीतियों से प्रभावित हैं। 70 साल की बिटुना देवी ने तो झोली भर के आशीर्वाद दिया, क्योंकि इसी बार मोदी जी ने 70 साल के बुजुर्गों को बीमारी में सारा खर्च सरकार द्वारा वहन करने की नीति बनाई है। हाथों में मोदी का पोस्टर और चेहरे पर खुशी इस बात की गवाही दे रही थी कि मुस्लिम महिलाओं के लिए मोदी किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं।
मौलानाओं और कट्टरपंथियों की धमकी से डरे बिना और वोट की चिंता किये बिना मोदी ने मुसलमानों की स्थिति सुधारने के लिये बड़ा कदम उठाया। तीन तलाक, वक्फ बोर्ड, समान नागरिक कानून, शिक्षा में सुधार करके मोदी ने मुसलमानों के हालात बदल दिए।
इस अवसर पर मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाज़नीन अंसारी ने कहा कि विश्व विजेता नरेन्द्र मोदी किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं। चारो ओर मुसीबतों से घिरी हुई मुस्लिम महिलाएं धार्मिक कट्टरपंथियों की गुलाम बन चुकी थीं, उन्हें सम्मान से जीने, बोलने और काम करने का कोई हक नहीं था। मोदी जी ने अपने वोट की चिंता नहीं की, अपने सरकार की चिंता नहीं की और न ही अपनी जान की चिंता की। बस मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी बचाने के लिए अपने जीवन को दांव पर लगा दिया। आज मोदी का डंका पूरी दुनियां में बज रहा है। इतिहास इस बात का गवाह रहेगा कि कट्टरपंथियों के गुलामी से मुस्लिम महिलाओं को मुक्ति दिलाई। हम इनके हमेशा शुक्रगुजार रहेंगे।
विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय प्रभारी डॉ० नजमा परवीन ने कहा कि वोट के लालचियों ने मुस्लिम महिलाओं को गुलाम बनाये रखने की वकालत की, लेकिन मोदी जी ने बिना किसी की परवाह के हमारी मुक्ति के लिए सर्वस्व अर्पण कर दिया। आज रूस, अमेरिका और इंग्लैण्ड सब मोदी की बात सुन रहे हैं। दुनियां को लग रहा है कि हिंसा ग्रस्त दुनियां को मोदी ही बचा सकते हैं। हम लोग सौभग्यशाली हैं जो इस युग में जन्म लिए है कि मोदी जी को अपनी आँखों से देख रहे हैं। इनकी कहानियां कई पीढ़ियों तक सुनाई जाती रहेगी।
विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डॉ० अर्चना भारतवंशी ने कहा कि मोदी जी ने सिर्फ अपने देश की चिंता नहीं की बल्कि कोरोना में दुनियां भर को वैक्सीन दिया। वसुधैव कुटुम्बकम के आदर्शों को अपना कर विश्व में शांति और समृद्धि के लिए काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर खुर्शीदा, राबिया, शाईना परवीन, रुकैय्या बीबी, नूरजहां, नगीना, पूनम, सारिका, पार्वती, रमता, रीता, श्यामदुलारी, धनेसरा, चिंता, सरोज, कविता, अर्चना, कलावती, गीत, बेचना, मैना आदि महिलाएं मौजूद रहीं।