वाराणसी/संसद वाणी : सावन के प्रत्येक सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा में आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के कमांडो तैनात किए जाएंगे। पुलिस, पीएसी और अर्धसैनिक बलों के सुरक्षा घेरे को एटीएस के कमांडो मजबूती प्रदान करेंगे। इसके अलावा इस बार धाम के इर्द-गिर्द की गलियों और अन्य क्षेत्रों में महिला दर्शनार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर 150 से ज्यादा महिला पुलिसकर्मियों को सादे कपड़ों में तैनात किया जाएगा।


सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को है। इसी दिन से सावन के महीने की शुरुआत भी हो रही है। इसके मद्देनजर श्री काशी विश्वनाथ धाम और उसके इर्द-गिर्द के क्षेत्र और गंगा घाटों की सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींच लिया गया है। गंगा में आदिकेशव घाट से अस्सी घाट तक जल पुलिस, पीएसी बाढ़ राहत दल और एनडीआरएफ के जवान मोटरबोट के साथ तैनात रहेंगे। यह जवान गंगा में लगातार पेट्रोलिंग भी करते रहेंगे।
बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नगर निगम की ओर से गंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर बैरिकेडिंग कराई जाएगी।

एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक ने कहा कि सुरक्षा और निगरानी की पुख्ता व्यवस्था रहेगी। भीड़भाड़ वाले प्रत्येक पॉइंट पर महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेंगी। पुलिस की ओर से हेल्प डेस्क और खोया-पाया केंद्र की भी व्यवस्था बनाई जाएगी।

एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक ने बताया कि विश्वनाथ धाम के इर्द-गिर्द की संकरी गलियों में सावन के प्रत्येक रविवार की रात से सोमवार की रात तक बाइक नहीं खड़ी होने दी जाएगी। गलियों को अतिक्रमण मुक्त रखकर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। दुकानदारों से आग्रह किया जा रहा है कि वह अपनी दुकान में रेट लिस्ट जरूरत टांगकर रखें। ताकि, किसी श्रद्धालु को यह न लगे कि पूजन या किसी अन्य सामग्री का उनसे मनमाना रेट वसूला जा रहा है।


विश्वनाथ धाम में आसानी से दर्शन-पूजन और प्रसाद को लेकर श्रद्धालुओं के साथ ठगी की घटनाएं भी होती हैं। इसके लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए दशाश्वमेध, चौक और लक्सा थाने के 25 पुलिसकर्मियों की संयुक्त टीम श्रद्धालुओं के बीच सादे कपड़ों में भ्रमण कर निगरानी करेगी। यदि कोई भी श्रद्धालुओं को ठगने का प्रयास करता हुआ मिलेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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