Digital Arrest: सीबीआई, या अन्य अधिकारी बनकर देशभर में डिजिटल अरेस्ट करके ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे ही एक और घटना रविवार की दोपहर का है। यहां एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया (Additional DCP Rajesh Dandotiya) मीडिया को प्रेस ब्रीफिंग कर रहे थे। तभी उनके मोबाइल में एक अनजान नंबर से कॉल आया। जब उन्होंने कॉल उठाया तो सामने वाले ने खुद को किसी बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बोलना बताया। वह कह रहा था कि उनके द्वारा मुंबई में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) बनवाया गया था, जिसका एक लाख रुपए से अधिक का बकाया है। साथ ही वह कार्ड कहीं मिसयूज हो रहा है।
कस्टमर केयर की इस बात को सुन दंडोतिया ने कहा कि उन्होंने किसी तरह का क्रेडिट कार्ड नहीं बनवाया गया है। इस पर कस्टमर कॉल सेंटर अधिकारी ने दबाव दिया कि वह स्वीकार करें नहीं तो यह कंप्लेंट मुंबई पुलिस को ट्रांसफर की जाएगी। काफी कुछ बात होने के बाद मुंबई पुलिस (Mumbai Police) को कंप्लेंट ट्रांसफर कर दी गई। कुछ देर तक तो दंडोतिया क्राइम ब्रांच अधिकारी बन दबाव बनाया और उन्हें कहा कि वह 2 घंटे में मुंबई पहुंच जाए नहीं तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद उसने कहा कि अपना बयान वीडियो कॉल पर स्टेटमेंट नोट करवाएं।
एडीसीपी के पास जब वीडियो कॉल आया तो दंडोतिया खुद पुलिस की वर्दी में बैठे थे। वहीं, कॉल करने वाला खुद को मुंबई पुलिस कमिश्नर बता रहा था। जब दंडोतिया ने कहा कि मैं खुद पुलिस ऑफिसर हूं। साथ ही उन्होंने उसे बताया कि उसकी कॉल रिकॉर्ड हो रही है।
असली पुलिस देखते ही काटी कॉल
जब ठग ने पूछा तुमने इतनी मीडिया को क्यों बुला रखी है तो दंतोड़िया ने कहा कि जिस तरह से आप लोग आम लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। अब नहीं कर पाओगे। आम लोगों को अवेयरनेस के लिए यह पूरा वीडियो रिकॉर्ड किया गया है। यह रिकॉर्डिंग अब जन-जन तक पहुंचेगी। इस दौरान वीडियो कॉल पर बैठे फर्जी पुलिस कमिश्नर में फोन कट कर दिया।