वैध टिकट पर यात्रा कर रहे थे सभी
बच्चों के अभिभावकों ने कहा मदरसे में तालीम के लिए जा रहे थे बच्चे
आरपीएफ ने कहा किसी भी संदिग्ध को उतार सकता हूँ…
अशोक कुमार जायसवाल/सचिन पटेल
चंदौली/दीनदयाल नगर/संसद वाणी: जनपद चंदौली डीडीयू जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 3 पर गुरुवार पूर्वाहन 11:40 बजे के लगभग आकर रुकी कामाख्या गांधीधाम एक्सप्रेस के स्लीपर कोच संख्या एस 6 में वैध टिकट पर यात्रा कर रहे लगभग 4 दर्जन नाबालिगों व उनके अभिभावकों के साथ चाइल्ड लाइन संस्था की सूचना पर आरपीएफ व जीआरपी के जवानों ने उतार लिया और आरपीएफ स्टेशन पोस्ट ले आयी। जहाँ सभी को जमीन पर बैठाकर पूछताछ की जा रही है।
विदित हो कि बाल मजदूरी के लिए नाबालिग बच्चों को आये दिन स्थानीय रेलवे स्टेशन पर उतार कर उनसे पूछताछ के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाती है। इसी क्रम में चाइल्ड लाइन संस्था के पदाधिकारियों की को उनके सूत्रों से सूचना मिली कि कामख्या गांधीधाम एक्सप्रेस के एस 6 कोच में कुछ नाबालिग बच्चों को मजदूरी के लिये ले जाया जा रहा है। चाइल्ड लाइन की सूचना पर हरकत में आई आरपीएफ की टीम प्रभारी निरीक्षक प्रदीप रावत के नेतृत्व में जीआरपी के एसआई मुन्नालाल व उनके हमराहियों के साथ ट्रेन के आते उक्त बताए कोच में चढ़ गये और लगभग 3-4 दर्जन बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को भी उतार लिया व उन्हें आरपीएफ स्टेशन पोस्ट ले आये। जहां सभी बच्चों को गर्म तवे की तरह तपती जमीन पर बैठाकर पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि इस दौरान मीडिया के लोगों को कई बार फोटो लेने व उनके अभिभावकों से मिलने से रोक दिया गया। जबकि अभिभावकों का कहना था कि सभी को मदरसे में दाखिला के लिए ले जाया जा रहा था। ऐसे में पुलिसिया करवाई गलत है।
एक तरफ भीषण गर्मी दूसरी तरफ ट्रेनों में टिकट की मारामारी के बीच वैध टिकट अर्थात ट्रेन में सम्मान के साथ यात्रा का अधिपत्र लेकर जा रहे यात्रियों को गंतव्य से पहले किसके आदेश पर उतारा गया,क्या नाबालिगों को ट्रेन में यात्रा की अनुमति नहीं है इस बाबत पूछे जाने पर आरपीएफ इंस्पेक्टर भड़क गये उन्होंने कहा कि किसी का आदेश नहीं था मैं किसी को भी संदिग्ध लगने पर उतार सकता हूँ। जब पूछा गया कि यदि ये बच्चे सही रहे और न्यायालय चले गए तो क्या होगा तो उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत लोग हैं न्यायालय जाने वाले देख लिया जायेगा। रही बात उनको भेजने की तो कहा व्यवस्था की जायेगी। कुछ देर बाद पहुंचे जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात कुमार ने मौके पर बच्चों से पूछताछ की है। खबर लिखे जाने तक कार्रवाई चल रही थी।