• सामना नगर मालवाणी गेट नं 8 पर फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव द्वारा अनगिनत अवैध कार्य..
• म्हाडा के दो अधिकारियों सारी जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं..?
• फेडरेशन के अवैध निर्माण और अवैध पार्किंग के खिलाफ म्हाडा के दो अधिकारियों ने साधी चुप्पी..
मुम्बई/संसद वाणी। सामना नगर में म्हाडा के अधिकारियों द्वारा नोटिस–नोटिस खेला जा रहा है, आपको बता दें कि एक व्यक्ति फेडरेशन बनाकर म्हाडा के खुली जगह पर कई वर्षों से अवैध पार्किंग करवा कर लोगों के जान से खिलवाड़ तो कर ही रहा था साथ ही सभी वाहन मालिकों को धोखे में रख कर पार्किंग की राशि वसूली भी की जा रही थी, आप जानकर यह हैरान होंगे कि म्हाडा के दो अधिकारियों को सब पता है पर अभी तक उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आपको बता दें कि बहुत सारे शिकायतों के बाद म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे ने फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ एक नोटिस जारी किया गया था, उस नोटिस में निलेश मडामे द्वारा यह लिखा था कि अगर २४ घंटों में सभी वाहन बाहर नहीं किया गया तो फिर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अब शायद फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को पता होगा कि म्हाडा के अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, इसलिए आज ४३ दिन हो गए और आज तक सभी वाहन बाहर नहीं किया गया, और म्हाडा के दोनों अधिकारी चुपचाप बैठ गए, जब इस विषय को लेकर हमारे मीडिया ने नीलेश मडामे और रोहित शिंदे से सवाल पूछा गया तो निलेश मडामे ने कोई जवाब नहीं दिया और रोहित शिंदे का जवाब आया कि हमारे पास एक ही काम नहीं है, और फेडरेशन के अध्यक्ष ने जो अवैध पार्किंग किया था उसपर कार्रवाई की जाएगी, पर कब की जाएगी यह स्पष्ट नहीं किया।

आपको बता दें कि म्हाडा के अधिकारी रोहित शिंदे के पास हमारे मीडिया ने अवैध निर्माण के कई सारे सबूत भेजे है, जिसके बाद दिनांक ०५ अप्रैल को म्हाडा के रोहित शिंदे और निलेश मडामे पूरी फोर्स लेकर आए, जैसे लग की सभी अवैध निर्माण को ध्वस्त करके फेडरेशन के अध्यक्ष के ऊपर FIR दर्ज करवा दिया जाएगा, पर हुआ कुछ नहीं, रोहित शिंदे द्वारा छानबीन तो की गई पर अवैध निर्माण को ध्वस्त नहीं किया गया। जब हमारे मीडिया ने सवाल पूछ की जब आपको अवैध निर्माण का प्रमाण मिल चुका है तो बुलडोजर का प्रयोग क्यों नहीं किया गया..? तो रोहित शिंदे का कहना था कि वह नोटिस जारी करेंगे, उसमें १५ दिन का समय देंगे, अगर १५ दिन में सभी अवैध निर्माण को फेडरेशन और मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी के अध्यक्ष द्वारा नहीं तोड़ा गया तो फिर १६वें दिन वह फिर अपनी टीम लेकर आएंगे, उसके बाद वह सभी अवैध निर्माण को ध्वस्त करके, फेडरेशन और सोसायटी के ऊपर जुर्माना के साथ कानूनी कार्रवाई भी करेंगे।
हमारी मीडिया का म्हाडा के अधिकारी नीलेश मडामे और रोहित शिंदे से यही कहना है कि जब अवैध निर्माण का प्रमाण मिल चुका है तो फिर नोटिस की क्या जरूरत है..? और म्हाडा के नोटिस को फेडरेशन और मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी का अध्यक्ष कितने गंभीरता से लेते यह म्हाडा के अधिकारी रोहित शिंदे को अच्छे से पता है। हमारे मीडिया द्वारा रोहित शिंदे से यह भी कहा गया कि नोटिस के बजाय सभी अवैध निर्माण को ध्वस्त करे, ताकि फेडरेशन और सोसायटी को यह पता चलना चाहिए कि अगर कोई भी अवैध निर्माण या कार्य करेगा तो म्हाडा द्वारा इसी तरह कार्रवाई किया जाएगी, पर आप सभी को पता है कि म्हाडा के पहले नोटिस पर फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ४४ दिन बाद भी सभी वाहन बाहर नहीं किया उसके बाद भी म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे ने अभी तक FIR दर्ज तक नहीं कराया तो फिर इतना जल्दी अवैध निर्माण को ध्वस्त कैसे करेंगे, हमें यह भी पता है कि म्हाडा द्वारा नोटिस ही जारी किया जाएगा उसे फेडरेशन और मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी के अध्यक्ष द्वारा अनदेखा किया जाएगा।
अब बड़ा सवाल है कि म्हाडा के अधिकारियों को सारी जानकारी होने के बाद भी वह नोटिस–नोटिस खेलने में लगे हैं, अब ऐसे अधिकारियों को जल्द से जल्द पद से हटाया जाना चाहिए, क्योंकि जब तक यह अधिकारी पद पर बैठे रहेंगे, तब तब फेडरेशन और मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी के अध्यक्ष अपनी मनमानी करते रहेंगे।
जो भी अधिकारी अपने कर्तव्यों से मुंह फेर और अवैध निर्माण करने वाले का साथ दे, उसके ऊपर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच बैठा कर उन्हें तत्काल पद से हटाया जाना चाहिए।
- शर्म की बात है..
एक व्यक्ति फेडरेशन बनाकर म्हाडा के खुली जगह पर अवैध पार्किंग करवा कर लोगों के जान से खिलवाड़ करता रहा.. साथ ही सभी वाहन मालिकों को धोखे में रखा गया कि यह खुली जगह म्हाडा की नहीं बल्कि फेडरेशन की है इसलिए फेडरेशन द्वारा यह पार्किंग स्थापित किया जाता है, यह सारी जानकारी म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे के कान में जूं तक नहीं रेंगा..?
फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने म्हाडा के अधिकारियों के सामने कबूल किया है कि वह पार्किंग करवा कर राशि वसूली करते थे, और उस राशि से मेन गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मी को वेतन देते थे, अब आप ही बताएं कि फेडरेशन के अध्यक्ष म्हाडा के अधिकारी सामने यह बोल रहे हैं कि आपके खुली जगह पर हम फेडरेशन बनाकर पार्किंग कर रहे हैं और सभी वाहन मालिकों से पार्किंग का राशि भी वसूली कर रहे हैं, उसके बाद भी म्हाडा के अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं..? अब इसे आप क्या कहेंगे..?
अब अगर यह अवैध कार्य कोई अन्य व्यक्ति कर दिया होता तो शायद म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे को बुलडोजर चलाने में इतनी देरी नहीं होती, और अब तक तो अन्य व्यक्ति पर FIR दर्ज भी हो चुका होता, अब यह तो फेडरेशन के अध्यक्ष बालासाहेब भगत है, और यह अवैध पर अवैध कार्य किए जा रहे हैं, म्हाडा नोटिस पर नोटिस जारी करके भगत साहेब को मानने में लगी है कि अवैध निर्माण और अवैध कार्य ना करें..?
आपको बता दें कि म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे ने नोटिस जारी की सभी आटो बाहर किए जाए, पर फेडरेशन के अध्यक्ष साहेब ने अपनी ऑटो रिक्शा बिल्डिंग के अंदर पार्क किया है अब उसे बाहर निकालना पड़े इसलिए बिल्डिंग १डी को ऑटो रिक्शा स्टैंड बना दिया है, और यह म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे ने भी देखा है, पर नोटिस के अलाव म्हाडा के अधिकारी कुछ नहीं कर रहे हैं..?
हम आपको यह भी बता दें कि म्हाडा के अधिकारियों द्वारा फेडरेशन और मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी के अध्यक्ष के ऊपर FIR दर्ज नहीं किया जाने पर फेडरेशन के अध्यक्ष का मनोबल सातवें आसमान पर है, इसलिए उन्होंने एक और अवैध कार्य कर दिया है, अडानी इलेक्ट्रिसिटी के मेन दरवाजा पर बिल्डिंग १डी के रूम मालिकों को पार्किंग जारी कर दिया गया है। अब म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे ने यह भी देखा पर फेडरेशन के अध्यक्ष को मनाने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं किया..?
- अब इतने सारे अवैध निर्माण और कार्य और म्हाडा के अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं तो फिर आप जनता ही बताए कि..
- ऐसे अधिकारियों के साथ क्या किया जाना चाहिए..?
- क्या इन्हें पद से नहीं हटाया जाना चाहिए..?
- क्या फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव पर FIR दर्ज नहीं होना चाहिए..?
- क्या म्हाडा के अधिकारी फेडरेशन के अध्यक्ष को बचाने की कोशिश कर रहे हैं..?
- अगर ऐसे ही चलता रहा तो फिर अवैध निर्माण और अवैध कार्य के बारे में कौन शिकायत करेगा..?
- क्योंकि सवाल यही है कि जब म्हाडा के अधिकारी यह मान रहे हैं कि फेडरेशन और मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी के अध्यक्ष बालासाहेब भगत द्वारा काफी अवैध निर्माण किए गए हैं तो फिर नोटिस क्यों..? तुरंत एक्शन होना चाहिए..?
- फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव पर तत्काल FIR दर्ज होना चाहिए, लोगो को यह जानकारी मिलना चाहिए कि अवैध निर्माण और अवैध कार्य का एक ही जगह है वह है जेल..।