यौन उत्पीड़न मामले में आया भवानी रेवन्ना का नाम, पीड़ितों को दी थी धमकी 

Who Is Prajwal Revanna Mother Bhavani Revanna: प्रज्वल रेवन्ना इस समय जेल में बंद है. वह 24 जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में हैं. उनके साथ-साथ अब उनके परिवार के अन्य सदस्यों की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दरअसल, एसआईटी ने जांच में पाया है कि यौन उत्पीड़न पीड़ितों को प्रज्वल के घर वालों ने डराया धमकाया था. उन्हें घर छोड़कर बाहर जाकर छिपने के लिए मजबूर किया था. इन सबमें सबसे मुख्य भूमिका प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है.

यौन उत्पीड़न मामलों में जनता दल (सेक्युलर) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना जेल में बंद है. अदालत ने 10 जून को एसीएमएम कोर्ट ने उन्हें 24 जून तक  के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा है. 31 मई को उन्हें एसआईटी की टीम ने अरेस्ट किया था. इन सबके बीच रेवन्ना परिवार के सबसे ताकतवर चेहरे की बात छिड़ गई है. बहुत से लोगों को पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा को इस परिवार का सबसे ताकतवर चेहरा मानते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना अपने परिवार में सबसे ताकतवर चेहरा मानी जाती है. आज कहानी उन्हीं की.

भवानी रेवन्ना को आखिरी बार सार्वजनिक रूप से जब देखा गया तब लोगों ने उनका गुस्सा देखा था. दरअसल, दिसंबर 2023 में वो मैसूर के शालिग्राम में अपनी कार से जा रही थी. तभी किसी बाइक वाले ने उनकी कार को टक्कर मार दी. बाइक सवार घायल हो गए थे.

गुस्सैल रवैये की हैं भवानी रेवन्ना

बाइक से कार में टक्कर लगने के बाद प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना कार से उतरती है और बाइक सवालों पर चिल्लाने लगती है. कार को हुए नुकसान को लेकर वो भूल जाती हैं कि बाइक सवारों को चोट भी लगी है. वो गुस्से में कहती हैं कि इनकी मोटरसाइकिल जला दो. इसके बाद घायलों ने बाइक को सड़क के किनारे लगा दिया. ये नजारा देखने के बाद वो और भी क्रोधित हो जाती हैं. इस पूरे मामले का उस दौरान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.

जिस कार से भवानी रेवन्ना यात्रा कर रहीं थी वह कार एक प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी अस्फरा इन्फ्रा इंजीनियर के नाम पर रजिस्टर्ड थी. इस कंपनी के मालिक किरण रेड्डी है. भवानी रेवन्ना के परिवार से किरण रेड्डी का व्यावसायिक संबंध है. 

हासन में रेवन्ना परिवार का दबदबा

हासन और उसके आस पास के इलाकों में रेवन्ना परिवार की खूब चलती है. बीते दो दशकों से रेवन्ना परिवार इन इलाकों पर अपना हुक्म चलाता आ रहा है. प्रज्वल रेवन्ना को उनके दादा एचडी देवगौड़ा ने हासन लोकसभा सीट उन्हें विरासत के रूप में दी थी. लेकिन इस बार सेक्स स्कैंडल मामला सामने आने के बाद से गेम पलट गया. कांग्रेस के एम श्रेयस पटेल ने प्रज्वल रेवन्ना को 42,649 मतों के अंतर से हराया था.

भवानी रेवन्ना को नहीं मिला टिकट

प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना की ख्वाइश है कि वो विधायक और सांसद बनें लेकिन अभी तक उन्हें चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला. राजनीतिक करियर में अब तक उनका सबसे उच्च हासन जिला के जिला पंचायत मेंबर का है. 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने हासन विधानसभा से खुद को चुनाव लड़ने के लिए आगे बढ़ाया था लेकिन कुमारस्वामी ने उनकी बढ़े हुए कदम को पीछे खींचने पर मजबूर कर दिया.

भवानी रेवन्ना की जगह कुमारस्वामी ने जेडीएस के एक कार्यकर्ता को टिकट दिया. उन्होंने कहा था कि अगर हासन क्षेत्र से कोई मजबूत कैंडिडेट न होता तो मैं अपनी भाभी भवानी रेवन्ना को टिकट देता.  लेकिन यह जरूरी नहीं है क्योंकि इस क्षेत्र में एक सक्षम उम्मीदवार मौजूद है.

बेटे को बनाया सांसद

भवानी रेवन्ना के छोटे बेटे प्रज्वल की राजनीति में एंट्री 2019 में होती है. वह अपने दादा एचडी देवगौड़ा को रिप्लेस कर देते हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार प्रज्वल ऑस्ट्रेलिया में एमबीए कर रहे थे लेकिन चुनाव लड़ने के लिए वह सब कुछ छोड़ छाड़ के भारत आ गए. भवानी रेवन्ना की ख्वाइश थी कि उनका बेटा प्रज्वल राजनीति में एंट्री करे. उन्हीं के कहने पर 2019 में एचडी देवगौड़ा ने खुद न लड़कर पोते को हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़वाया था.

प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ चल रहे यौन उत्पीड़न मामलों को लेकर मां भवानी चिंता में आ गई है. दरअसल, जांच कर रही एसआईटी की टीम ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न मामले में उनके बेटे द्वारा कथित यौन उत्पीड़न की पीड़िता के अपहरण में मास्टरमाइंड और सरगना के रूप में की.

यौन उत्पीड़न मामले में आया भवानी रेवन्ना का नाम

मामले में विशेष सरकारी वकील प्रो. रविवर्मा कुमार ने दलील दी कि इस पूरे सेक्स स्कैंडल की जांच से पता चला है कि प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना ही बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से रोकने के लिए पीड़िता के अपहरण की साजिश रची थी.

पीड़ितों पर चलाया हुक्म

एसआईटी की ओर से जांच में जो पाया गया उसे सरकारी वकील ने कोर्ट में दलीलों के जरिए पेश किया. वकील ने बताया कि जांच से पता चलता है कि भवानी रेवन्ना ने अपने बेटे के खिलाफ आरोपों को छिपाने के लिए लगातार पीड़ितों पर नजर रख रही थी. कर्नाटक उच्च न्यायालय को बताया गया कि जांच से पता चला है कि भवानी 7 पीड़ितों को अपने जाल में फंसाने में कामयाब रही थी.

घर छोड़कर बाहर छिपने के लिए किया मजबूर  

भवानी रेवन्ना और उनके पति समेत सात अन्य लोगों की जांच की जा रही है, क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर प्रज्वल द्वारा कथित यौन उत्पीड़न की शिकार एक पीड़िता को अपना घर छोड़कर बाहर छिपने के लिए मजबूर किया था. 

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