बचाव व प्राथमिक उपचार के मंडलीय जिला चिकित्सालय के SIC ने बताए उपाय
राकेश वर्मा
आजमगढ़/संसद वाणी : भीषण गर्मी प्रचंड रूप में है। इसके बाद भी रोजी रोटी व अन्य कारणों से लोग दिन में निकल रहे हैं। जोकि उनके लिए बहुत ही हानिकारक है। वहीं शहर में सड़कों पर दिन में सन्नाटा ही पसरा रहता है बहुत मजबूरी में ही लोग निकल रहे हैं। इसी क्रम में आजमगढ़ के मंडलीय जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ आमोद कुमार ने हीट स्ट्रोक के लक्षण के साथ ही उनसे बचाव को लेकर अस्पताल की तरफ से किए का रहे प्रबंधन और जन जागरण अभियान को लेकर जानकारी दी।

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि हीट स्ट्रोक की चपेट में आने पर शरीर का टेंपरेचर बढ़ जाता है। पसीना नहीं निकलता है। सिर व पेट दर्द होता है। मांसपेशियों में ऐंठन होती है। उल्टी दस्त होता है। वहीं हीट स्ट्रोक से बचाव को लेकर उन्होंने बताया कि पीड़ित को छायादार स्थान पर ले जाएं, एंबुलेंस 108 से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं, शरीर के कपड़े उतार कर शरीर पर ठंडा पानी से स्पंज करें, बेहोश न होने पर ठंडा पानी पिलाएं। पीड़ित व्यक्ति के वाईटल ऑर्गन्स को बचाने के लिए उसके पैर को ऊपर करके सुलाएं जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाए। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि समय समय पर सुबह जिला चिकित्सालय में सुबह लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि गर्मी के दौरान दिन में 11 से 4:00 बजे तक बाहर न निकले। हल्के व सूती कपड़े पहने लगातार पानी का सेवन करते रहें खाली पेट ना रहे। थोड़ी थोड़ी देर में कुछ खाते रहें। ताजे फल व भोजन का प्रयोग करें।