वाराणसी/संसद वाणी : सुदामापुर, शंकुलधारा पोखरा इलाके में रहने वाले मालवाहक के चालक सुरेश राजभर (34) की तीन गोली मार कर हत्या इलाके में वर्चस्व की लड़ाई में की गई थी। सुरेश की हत्या के आरोपी उसके दोस्त ही हैं, जो उसके साथ रोजाना उठते-बैठते और शराब पीते थे। घटना से पहले भी सभी ने साथ में शराब पी थी।
इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
यह खुलासा पुलिस ने वारदात के 24 घंटे बाद शुक्रवार की रात रमना इलाके में मुठभेड़ में मुख्य आरोपी किरहिया, खोजवा के विशाल सोनकर को गिरफ्तार करने के बाद किया। उससे पहले पुलिस ने दबिश देकर खोजवा के विक्की जायसवाल, मानिकपुर बजरडीहा के मनोज कुमार चौहान, शंकुलधारा पोखरा के अच्छे चौहान उर्फ कल्लू और सुदामापुर की कुसुम देवी को पकड़ा। पुलिस को अब सुदामापुर के आर्यन सोनकर के अलावा सतीश सोनकर और अजय की तलाश है।
दाईं कनपटी, सीने के बीचोबीच और दाईं जांघ पर मारी गई थी गोली पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, सुरेश की दाईं कनपटी, सीने के बीचोबीच और दाईं जांघ पर तीन गोली मारी गई थी। सुदामापुर, शंकुलधारा पोखरा निवासी राजू सोनकर ने साथ विक्की, मनोज, कल्लू, आर्यन, विशाल, सतीश और अजय ने कहासुनी की। इसके बाद सभी उसे पीटने लगे। वह भागा तो घर के पास विशाल ने गोली मार कर उसकी हत्या कर दी।
चार को दबिश देकर तो एक को मुठभेड़ में किया गया गिरफ्तार
डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि महिला सहित चार आरोपियों को पुलिस टीमों ने सुदामापुर के आसपास के इलाकों में दबिश देकर गिरफ्तार किया। विशाल के बारे में पता लगा कि वह रात में रमना इलाके में अपने एक परिचित को बुलाकर पैसा लेगा और फिर शहर से कहीं बाहर भाग जाएगा। इस सूचना पर लंका थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्र और भेलूपुर थानाध्यक्ष विजय कुमार शुक्ला ने फोर्स के साथ घेराबंदी की तो विशाल ने फायरिंग की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके दाएं पैर में गोली लगी और वह पकड़ा गया। उसके पास से सुरेश की हत्या में प्रयुक्त .32 बोर की देसी पिस्टल और एक कारतूस बरामद हुआ है। अन्य तीन आरोपियों की तलाश जारी है।