पर्यावरण संरक्षण पर योगी सरकार दे रही विशेष ध्यान
वाराणसी में 17 लाख से अधिक पौधे रोपित करने का लक्ष्य
योगी सरकार इस वर्ष प्रदेश में वृक्षारोपण महाअभियान चलाने जा रही है
वन विभाग समेत लगभग सभी सरकारी विभाग वृक्षारोपण के इस महाअभियान में होंगे शामिल
वाराणसी/संसद वाणी : वाराणसी में 47 डिग्री के पार का तापमान सताने लगा है। इसे देखते हुए योगी सरकार इस वर्ष भी पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दे रही है। योगी सरकार इस वर्ष प्रदेश में वृक्षारोपण महाअभियान चलाने जा रही है। योगी सरकार हवा को अधिक शुद्ध कर स्वच्छ ऑक्सीजन देने वाले, फलदार और औषधीय गुण वाले पौधों को लगाने के लिए प्राथमिकता दे रही है। वाराणसी में 17 लाख से अधिक पौधे रोपित करने का लक्ष्य है। वन विभाग समेत लगभग सभी सरकारी विभाग वृक्षारोपण के इस महाअभियान में शामिल होंगे। वन महोत्सव की शुरुआत जुलाई से होगी।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार विकास के साथ ही पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रख रही है। पूर्वांचल की आबोहवा को सुधारने के लिए योगी सरकार वृक्षारोपण महाअभियान चलाएगी। इससे वायुमण्डल में ऑक्सीजन की शुद्ध मात्रा को बढ़ाने व वातावरण को संरक्षित करने में मदद मिलेगी। वाराणसी की डिस्ट्रिक फारेस्ट ऑफ़िसर स्वाति ने बताया कि फ़लदार व ऑक्सीजन देने वाले अधिक पौधों को लगाने की योजना है। सहजन, पीपल, पाकड़, बरगद, अर्जुन, जामुन, आवला, अमरुद, आम, सागौन, शीशम आदि के ज़्यादा पौधों होंगे। वाराणसी में क़रीब 16 लाख 97 हज़ार पौधे लगाने का लक्ष्य है। जिसमें वन विभाग अकेले 2 लाख 80 हज़ार पौधे लगाएगा। जबकि अन्य 26 विभाग मिलकर 14 लाख 17 हज़ार 520 पौधे लगाने का लक्ष्य है।
किस विभाग को कितने पौधे लगाने है। इसकी संख्या का लक्ष्य तय हो चुका है। इस साल पौधरोपण में कई प्रजातियों के पौधे लगाने की योजना है। पशुपालन विभाग चारे वाले पौधों की मांग करता है। बिजली विभाग कम ऊंचाई वाले पौधों को लगाना चाहता है। जनता की सहभागिता के लिए पौधे लगाने के इच्छुक जनता को भी पौधे देने की योजना है, जिससे अधिक से अधिक वृक्षारोपण हो सके और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिले।