• ३१ दिन बाद भी फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव पर FIR दर्ज क्यों नहीं किया गया..?
• एक तरफ अवैध कार्य पर बीएमसी का बुलडोजर, और एक तरफ अवैध कार्य पर म्हाडा के अधिकारियों का प्यार..
• म्हाडा के यह दो अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे द्वारा फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को बचाने का कोशिश कर रहे हैं..?
• म्हाडा के इन दो अधिकारियों को यह पता है कि फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने कई वर्षों तक लोगों के जान से खिलवाड़ और धोखाधड़ी किया..
• फेडरेशन और मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी के अध्यक्ष कर रहे है कई अवैध कार्य फिर म्हाडा के अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं..?
मुम्बई/वशिष्ठ वाणी: म्हाडा के अधिकारी जिनका नाम निलेश मडामे और रोहित शिंदे है, जिन्होंने अवैध पार्किंग बंद करवाने के लिए नोटिस जारी किया, पर अब लगता हैं कि यह सिर्फ एक दिखावा था, आप सभी को यह बता दें कि म्हाडा मुंबई गृहनिर्माण व क्षेत्रविकास मंडळ के कार्यकारी अभियंता निलेश मडामे ने फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को नोटिस जारी किया, नोटिस में लिखा कि अगर २४ घंटों में सभी वाहन बाहर नहीं किया गए तो एमआरटीपी अधिनियम की धारा 52, 53 के अनुसार कार्रवाई की जाएगी, पर हुआ कुछ भी नहीं, बल्कि फेडरेशन ने ३१ दिन बाद भी सभी वाहन बाहर नहीं कर पाए, आपको यह भी जानकार हैरानी होगी कि जो वाहन बाहर हुए थे, वह अब दुबारा फिर से पार्क होने लगे, और सूत्रों से पता चला है कि फेडरेशन के अध्यक्ष द्वारा यह सब करवाया जा रहा है।
सामना नगर में मालवाणी में ज्यादा तर लोगों का यही कहना है कि म्हाडा में ज्यादा तर भ्रष्ट अधिकारी बैठे है, अब यह सब देखकर यकीन भी हो रहा है, आपको बता दें कि म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे द्वारा दिनांक २४ फरवरी २०१५ को नोटिस जारी किया गया था, और आज दिनांक २७ मार्च २०२५ हो गया है, और आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि एक माह हो जाने के बाद भी कोई म्हाडा का अधिकारी यह देखने नहीं आया कि फेडरेशन के अध्यक्ष द्वारा सभी वाहन बाहर किए गए या नहीं..? आप जानकर यह भी हैरान हो जाएंगे कि फेडरेशन के अध्यक्ष से बात करके पूछा करते थे कि वाहन बाहर हो हुए या नहीं, अब सवाल यह की म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे को फेडरेशन के बातों पर काफी भरोसा भी हो गया होगा, तभी जांच के लिए एक बार भी नहीं आए..?
हमारी मीडिया म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे को प्रति दिन फोटो भेज कर यह सवाल पूछा करती थी की अभी तक सभी वाहन बाहर नहीं हुआ है, इस विषय पर आपके द्वारा क्या किया जा रहा है..? पर म्हाडा के दोनों अधिकारी के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा था.. और ३१ दिनों से हमारे सभी सवालों का सिर्फ और सिर्फ अनदेखा किए जा रहे हैं।
आपके बता दें कि कोर्ट के आदेश पर अवैध निर्माण पर BMC का बुलडोजर चल रहा है वहीं सामना नगर में म्हाडा के दो अधिकारी फेडरेशन के अवैध कार्य पर अध्यक्ष और सचिव पर अपना प्यार का बौछार कर रहे हैं।
सूत्रों से हमे यह भी पता चला है कि सामना नगर मालवाणी के एक व्यक्ति ने म्हाडा के अधिकारी से बात किया और पूछा कि सामना नगर मालवाणी गेट नंबर 8 पर फेडरेशन द्वारा जो अवैध पार्किंग, अवैध केबिन, और अवैध फेडरेशन का बोर्ड लगाया गया उसके लिए आप क्या कर रहे हैं, तो म्हाडा के अधिकारी का जवाब आता है कि अभी उनके पास इसके लिए समय नहीं है, इसलिए वह अभी कुछ नहीं करेंगे.. हमारी मीडिया जल्द ही उस अधिकारी का नाम भी उजागर करेगी।
इस समय म्हाडा के उपाध्यक्ष संजीव जायसवाल का नाम काफी सुर्खियों में है सभी का कहना है कि वह अवैध कार्य के खिलाफ काफी गम्भीर है और निजी तौर पर सभी विषय को गम्भीरता से लेकर एक्शन ले रहे हैं, अब यह सब सुनकर हमारे मीडिया द्वारा उन्हें मेल और काल करके संपर्क किया गया है, पर उससे भी कुछ खास फर्क नहीं पड़ा.. अब वास्तविकता और दिखावा में काफी अंतर होता है। अब सवाल यही है कि जब वरिष्ठ अधिकारी ही जब किसी विषय को गम्भीरता से नहीं लेते हैं तो इन छोटे अधिकारियों से क्या उम्मीद किया जाए..?

• हमारी मीडिया हर बार की तरह इस बार भी म्हाडा के दो अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे से कुछ सवाल पूछते हैं..
सवाल: फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने कई वर्षों तक म्हाडा के खुली जगह पर कब्जा करके अवैध पार्किंग के चक्कर में लोगों के जान से खिलवाड़ करते हैं रहे, उसके लिए अभी तक आपके द्वारा FIR दर्ज क्यों नहीं करवाया गया..?
सवाल: फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने कई वर्षों तक वाहन मालिकों को धोखे में रख कर पार्किंग का राशि वसूली करते हैं, और कुछ वर्षों बाद फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव के कहने पर ५ सोसायटी के अध्यक्ष और सचिव द्वारा पार्किंग वसूली के लिए सोसायटी का पर्ची उपयोग करने लगे, जिसका सबूत म्हाडा को दिया गया है, उसके बाद भी फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज क्यों नहीं करवाया गया..?
सवाल: फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने म्हाडा से बिना अनुमति लिए मेन गेट पर अवैध केबिन बनाया है, और आपको यह जानकारी भी है, फिर अभी तक उसे क्यों नहीं तोड़ा गया..?
सवाल: फेडरेशन के अध्यक्ष ने मेन गेट पर फेडरेशन का बोर्ड लगाया है, और उस बोर्ड पर अध्यक्ष/सचिव/कोषाध्यक्ष के नाम साथ, “सामना मित्र मंडल” भी लिखवा दिया है, और वह बोर्ड एक बार गिर चुका है, और इसकी भी जानकारी आपको है पर आपके द्वारा कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया..?
सवाल: आपके द्वारा अवैध पार्किंग को बंद करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया, और उस नोटिस में २४ घंटे का समय दिया गया पर आज ३१ दिन हो गए, उसके भी आपके द्वारा कोई FIR दर्ज नहीं करवाया गया..? क्या नोटिस में आपके द्वारा जो यह लिखा था वह सिर्फ एक दिखावा था..? अगर नहीं तो फिर २४ घंटे का ३१ दिन कैसे हो गया और ३१ दिन होने के बाद भी आपके द्वारा कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई..?
सवाल: आपके एक अधिकारी का कहना है कि उनकी फेडरेशन के अध्यक्ष से बात होती रहती है, तो इस अर्थ क्या समझा जाए, फेडरेशन और आपके बीच कोई समझौता हो गया है..? क्या इसलिए आपके द्वारा ३१ दिनों में एक बार भी म्हाडा के तरफ से कोई अधिकारी जांच के लिए एक बार भी नहीं आया..?
सवाल: हमारे मीडिया से बात करते हुए म्हाडा के अधिकारी रोहित शिंदे ने कहा था कि अगर फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव द्वारा २४ घंटे में सभी वाहन बाहर नहीं किए गए तो फिर उनके ऊपर FIR दर्ज करवा दिया जाएगा..
अब आपको बता दे कि ३१ दिन हो गए, और ना ही रोहित शिंदे द्वारा अब इसका जवाब दिया जा रहा है, और ना ही रोहित शिंदे ने फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव के ऊपर FIR दर्ज करवाया है..?
अब इन सभी सवालों का जवाब अगर म्हाडा के अधिकारी नीलेश मडामे और रोहित शिंदे के पास है तो वह जवाब जरूर दे, अगर नहीं है तो फिर इसका जवाब निलेश मडामे और रोहित शिंदे को कोर्ट में देना होगा, हम यह भी बता दें कि कोर्ट में काफी सवालों का जवाब देना पड़ सकता है।
हम म्हाडा के अधिकारी निलेश मडामे और रोहित शिंदे को अपने मीडिया के माध्यम से यह सूचित करते हैं कि जब तक आपके द्वारा फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव पर FIR दर्ज नहीं किया जाता है तब तक हमारी मीडिया आपसे इसी तरह से सवाल पूछते रहेंगे। और हमारी मीडिया आपको यह भी पुष्टि करती है कि अवैध कार्य पर आप समझौता कर सकते हैं हमारी मीडिया नहीं।