• फेडरेशन बनते ही अध्यक्ष बने कई फ्लैट के मालिक..
• सवाल यह है कि फेडरेशन का अध्यक्ष एक ऑटो रिक्शा चालक है और फ्लैट खरीदने के लिए ४४ से ५० लाख कहा से आया..?
• फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव द्वारा सभी वाहन मालिकों से पार्किंग के नाम पर ५ वर्षो तक खुलेआम लूटा..
• म्हाडा ने तो पार्किंग बंद करवा दिया, क्या अब फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव द्वारा सभी वाहन मालिकों को राशि वापस किया जाएगा..?
• फेडरेशन के अध्यक्ष की हिम्मत तो देखें कि फेडरेशन का जो बोर्ड लगाया है उसमें सामना मित्र मंडल, और अध्यक्ष/सचिव और कोषाध्यक्ष का नाम तक लिखवा दिया हैं..
मुम्बई/वशिष्ठ वाणी। सामना नगर मालवाणी गेट नं 8 पर एक फेडरेशन (Illegal Federation) के अध्यक्ष और सचिव ने लगभग पांच वर्षों तक वाहन मालिकों को पार्किंग के नाम पर खुलेआम लूटा, आपको बता दें कि दो व्यक्ति ने विकास के नाम पर डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम सहकारी गृहनिर्मान सस्था फेडरेशन बनाया, फिर उसके बाद विकास के राह को दर–किनार करते हुए, सरकारी जगह यानी म्हाडा (Mhada) के खुली जगह पर पार्किंग (Illegal Parking) करवाने लगे, और सभी वाहन को सोसायटी (Society) के पर्ची पर पार्किंग का राशि वसूल करने लगे। जब संसद वाणी (SANSAD VANI) और वशिष्ठ वाणी (Vashishtha Vani) के चेयरमैन ने फेडरेशन को पार्किंग बंद कने के लिए कहा गया तो फेडरेशन के अध्यक्ष ने जवाब दिया कि वह यह नहीं करेंगे, फिर हमारे मीडिया ने म्हाडा को लिखित शिकायत की जिसमें हमारा साथ वास्तुरचना सोसायटी (Vasturachana Society) ने भी किया, जिसके बाद म्हाडा अधिकारियों ने जांच किया तो वह पार्किंग देखकर चौंक गए, म्हाडा अधिकारियों ने फेडरेशन के अध्यक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि यह जगह खाली किया जाए, पर आपको जानकार यह हैरानी होगी कि म्हाडा के चेतावनी को भी फेडरेशन के अध्यक्ष ने अनदेखा कर दिया।

- फेडरेशन के निर्देश पर 5 सोसायटी के अध्यक्ष और सचिव द्वारा सोसायटी के पर्ची पर पार्किंग के राशि को वसूली किया करते थे।
हम आपको आगे सारी बातें बताए उससे पहले आपको यह जानना होगा कि फेडरेशन के अध्यक्ष जिस खुली जगह पर अवैध पार्किंग करवा रहे थे, वह जगह म्हाडा ने इसलिए खाली रखा था कि अगर बिल्डिंग में किसी भी घटना को रोकने के लिए फायर ब्रिगेड की वाहन अंदर आ सके, और इसकी पूरी जानकारी फेडरेशन के अध्यक्ष को थी, पर उन्हें तो घमंड था कि फेडरेशन शुरू करने के बाद 5 सोसायटी से प्रति माह 35 हजार रुपए और पार्किंग का प्रति माह 30 से 40 हजार रुपए आ रहे हैं तो जो भी अधिकारी आएगा, उसे पैसे के दम रोक लेंगे, पर फेडरेशन के अध्यक्ष यह भूल गए थे कि सभी अधिकारी बिकाऊ नहीं होते हैं, इसलिए म्हाडा अधिकारियों द्वारा फेडरेशन के अध्यक्ष को काफी फटकार भी लगाया गया, पर फेडरेशन के अध्यक्ष ने म्हाडा अधिकारियों को गुमराह किया कि वह सभी वाहन बाहर करवा कर जगह खाली करवा देंगे, पर एक माह बीत गया कोई वाहन बाहर नहीं हुआ.. यह देखने के बाद हमारे मीडिया द्वारा फायर ब्रिगेड (Fire Bridge) के कार्यालय बोरीवली (Borivali) में लिखित शिकायत की, और एक माह बीत जाने के बाद हमारे मीडिया के चेयरमैन एवं समूह दैनिक समाचार पत्र के मालिक श्री अभिषेक अनिल वशिष्ठ (Mr Abhishek Anil Vashishtha) फायर ब्रिगेड के कार्यालय बोरीवली गए, वहां पर डिविजनल अधिकारी से मिले, काफी चर्चा के बाद फायर ब्रिगेड ने म्हाडा और कांदिवली ट्रैफिक पुलिस को लिखित शिकायत की, जिसके बाद म्हाडा अधिकारियों ने फेडरेशन के अध्यक्ष के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया। पर कांदिवली ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के कान में जूं तक नहीं रेंगा।
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों और म्हाडा अधिकारियों ने अपने कर्तव्यों को निष्ठा से निभाया पर, कांदिवली ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) के अधिकारियों ने कोई भी कार्रवाई करने से मना कर दिया, और मालवणी पुलिस के बारे में क्या बोला जाए, उनका होना और ना होना एक बराबर है, हम ऐसा इसलिए बोल रहे क्योंकि वास्तुरचना सोसायटी के सदस्यों ने फेडरेशन के अध्यक्ष के बारे में मालवाणी पुलिस (Malvani Police) के वरिष्ठ अधिकारी को लिखित शिकायत की थी, पर आज तक कोई भी अधिकारी कार्रवाई के लिए नहीं आए.. अब लगता है मालवणी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने शिकायत को कचरे के डिब्बे डाल दिया हो..?
म्हाडा अधिकारियों ने फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को नोटिस जारी करके खुली जगह को खाली तो करवा दिया है, जिससे लोगो को काफी राहत हुई है, पर सभी को यह डर भी है कि एक या दो माह बीत जाने के बाद फिर फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव पार्किंग शुरू ना कर दें..?
हमारी मीडिया म्हाडा अधिकारियों से यही कहना चाहेंगे कि, अगर खुली जगह को पार्किंग से बचना है तो एक पत्र बीएमसी अधिकारियों को लिखे की, वहां पर (नो पार्किंग) का बोर्ड लगा दें, ताकि कोई फेडरेशन या किसी सोसायटी द्वारा उस खुली जगह पर पार्किंग ना करवा सकें।
म्हाडा अधिकारियों को फेडरेशन के अध्यक्ष के खिलाफ धोखाड़ी के नाम पर FIR दर्ज भी करवा देना चाहिए। क्योंकि फेडरेशन के अध्यक्ष ने पार्किंग के नाम पर कई वाहन मालिकों लगभग 4 से 5 वर्षो तक लूटा है। जब फेडरेशन के अध्यक्ष को यह पता था कि वह जगह म्हाडा की है और म्हाडा ने खाली जगह फायर ब्रिगेड के वाहन को अंदर आने के लिए छोड़ा है, उसके बाद भी फेडरेशन के अध्यक्ष निडर होकर 5 वर्षो से अवैध पार्किंग करवा रहे हैं..?
आप यह जानकार हैरान हो जाएंगे कि फेडरेशन के अध्यक्ष एक ऑटो रिक्शा चालक यह जिस बिल्डिंग में रहते हैं उस बिल्डिंग २ फ्लैट के मालिक हैं, एक तो म्हाडा ने लॉटरी में जारी किया है, जिसका कीमत ५ लाख था, अब जो फेडरेशन के अध्यक्ष ने २ फ्लैट खरीदे हैं, उस फ्लैट की कीमत २२ से २५ लाख रुपए है, अब सवाल यह की २ फ्लैट खरीदने के लिए ४४ से ५० लाख रुपए फेडरेशन के अध्यक्ष के पास कहा से आए..? यह एक गंभीर विषय है जिस पर म्हाडा और आयकर विभाग के अधिकारियों को जांच करके यह पता करना चाहिए कि इनके पास इतना रुपए कहा से आया..?