Rahul Gandhi vs Smriti Irani: 2019 में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को चुनाव हराया था. उसके बाद वह गांधी परिवार पर जमकर हमले बोलती थीं. इस बार स्मृति ईरानी चुनाव हार गईं तो उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया. अब खुद राहुल गांधी स्मृति ईरानी के समर्थन में उतर आए हैं और उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल न करने की अपील की है.
लोकसभा चुनाव में हारने के बाद से ही पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को खूब ट्रोल किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर उनका मजाक उड़ाया जा रहा है और तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं. इस मामले पर अब खुद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सामने आए हैं. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि जीवन में जीत और हार चलती रहती है लेकिन स्मृति ईरानी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. इस बार के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस के के एल शर्मा से चुनाव हार गईं. उसके बाद स्मृति को केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी जगह नहीं मिली जबकि वह पिछले 10 साल से केंद्र सरकार में मंत्री थीं.
स्मृति ईरानी का बचाव करते हुए राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘जीत और हार जीवन का हिस्सा हैं. मैं हर किसी से अपील करता हूं कि वे अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने से बचें और स्मृति ईरानी या किसी अन्य से भी बुरी बर्ताव न करें. किसी को नीचा दिखाना या अपमान करना मजबूती नहीं कमजोरी की निशानी है.’ राहुल गांधी के इस ट्वीट पर उनकी जमकर तारीफ की जा रही है और कहा जा रहा है कि स्मृति ईरानी को राहुल से सीखना चाहिए.
क्या है मामला?
दरअसल, साल 2014 में भी स्मृति ईरानी ने अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली थी. 2019 में वह फिर से अमेठी से ही चुनाव लड़ीं और लगातार जीत रहे राहुल गांधी को हरा दिया. इस बार कांग्रेस ने राहुल गांधी को वहां से चुनाव नहीं लड़ाया. कांग्रेस के टिकट पर उतरे गांधी परिवार के करीबी के एल शर्मा ने स्मृति ईरानी को अमेठी में हरा दिया.
इसी के बाद से कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता और अन्य सोशल मीडिया यूजर्स स्मृति ईरानी को ट्रोल करने लगे. राजनीतिक हमलों के अलावा निजी स्तर पर भी स्मृति ईरानी का मजाक उड़ाया गया. कई बार यह मजाक हद से पार निकल गया. हाल ही में जब स्मृति ईरानी ने अपना सरकारी घर खाली किया तब भी उन्हें ट्रोल किया गया. ऐसे में अब राहुल गांधी ने सामने आकर लोगों से अपील की है कि वे इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करके किसी को नीचा दिखाने की कोशिश न करें.