एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने डीएम को सौंपा पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन

आजमगढ़/संसद वाणी : अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एआईएमआईएम ने डॉ अंबेडकर पार्क में प्रदेश व्यापी आंदोलन के क्रम में प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।

ज्ञापन के माध्यम से एआईएम आईएम ने मांग किया कि राज्य में व्याप्त आतंक और दहशत को समाप्त किया जाए और प्रत्येक नागरिक की जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। मुसलमान दलित और गरीबों को झूठे मुकदमे में फंसाना बंद किया जाए। राज्य सरकार की बुलडोजर नीति के तहत कानूनी प्रक्रिया को ताक पर रखकर मुसलमान, दलित और गरीबों के खिलाफ द्वेष पूर्वक सुनियोजित तरीके से सौतेला व्यवहार बंद किया जाए। देश और प्रदेश में फैलाने वाले नफरत के माहौल को समाप्त किया जाए. जाति धर्म के नाम पर समाज में नफरत फैलाने वालों पर कार्रवाई हो. साथ ही मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाया जाए। बताते चलें कि इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं तब से देश और प्रदेश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं लगातार हो रही है। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में एक मौलाना का कत्ल कर दिया गया। मुरादाबाद में कत्ल हुआ सहारनपुर में कत्ल हुआ शामली और अलीगढ़ में भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुईं। इस तरह की घटनाओं पर सरकार तुरंत रोक लगाए. अवैध तरीके से बुलडोजर की कार्रवाई पर रोक लगे. कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो पार्टी लखनऊ में एक बड़ा आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी को मुसलमान का वोट तो चाहिए लेकिन मुसलमानों के मुद्दों पर बात नहीं करते हैं. इन पार्टियों के मुस्लिम नेता भी कुछ नहीं बोलते। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के समय समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का समर्थन करने वाले मुस्लिम समाज के मौलाना चुप हैं। उनको आगे आना होगा. उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस तरह से 2017 के विधानसभा चुनाव में दो लड़कों की जोड़ी उत्तर प्रदेश में फेल हुई थी इसी तरह से 2027 के विधानसभा चुनाव में भी दो लड़कों की जोड़ी फेल होगी. क्योंकि यह लोग मुसलमानों के मुद्दे पर हमेशा मौन रहते है।

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