अधिकारियों के रवैए को लेकर MLC का छलका दर्द, मंत्री एके शर्मा ने कहा होती है तीखी मीठी बात
आजमगढ़/संसद वाणी : कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडल के तीनों जनपदों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान कैबिनेट मंत्री एके शर्मा, दारा सिंह चौहान, राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी एमएलसी विजय बहादुर पाठक, रामसूरत राजभर समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने करीब 1 घंटे तक कई योजनाओं की समीक्षा की। इसमें राजस्व, बिजली, मनरेगा आवास मुख्य रूप से शामिल रहे। इस दौरान कई शिकायतों का उन्होंने संज्ञान लिया और अधिकारियों को इसको लेकर पूछताछ भी की। सवाल जवाब में कई बार तल्खी भी दिखाई थी। खासकर आजमगढ़ जिले के अधिकारियों की बेरुखी की शिकायत पार्टी के जनप्रतिनिधियों ने की। इस दौरान आजमगढ़ के कमिश्नर मनीष चौहान, डीआईजी वैभव कृष्ण, डीएम विशाल भारद्वाज, एसपी हेमराज मीणा समेत अन्य अधिकारी गण मौजूद रहे। वहीं मऊ, बलिया के अधिकारीगण ऑनलाइन मीटिंग में उपस्थित रहे।

मीटिंग से बाहर आने के बाद मामले में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि उनके विभाग के संबंध में मुख्यमंत्री ने समीक्षा की। समस्याओं पर चर्चा की। अभी तक विद्युत की जो 10 घंटे की आपूर्ति किसानों को हो रही थी अब उसको उन्होंने 16 घंटे करने का निर्णय लिया है। जिससे किसानों को काफी राहत होगी। वहीं अधिकारियों को फटकार लगाने के मामले में उन्होंने कहा कि कई बार तीखी मीठी बातें होती रहती हैं। समीक्षा में समस्याओं की जानकारी होने पर उसको लेकर उचित दिशा निर्देश मुख्यमंत्री के द्वारा अधिकारियों को दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ एमएलसी रामसूरत राजभर ने सीधे सपाट कहा कि अधिकारियों के रवैया को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री से शिकायत की और कई प्रमाण भी दिए। कहा कि अधिकारी सुनते नहीं है। खासकर वरिष्ठ अधिकारी सुनते नहीं है। जिसके चलते कई आर्डर का कंप्लायंस नहीं हो पता है। जब ऊपर वाले नहीं सुनते हैं तो नीचे वाले भी नहीं सुनते हैं। एमएलसी ने कहा कि इसी सबका जीता जागता प्रमाण बीता लोकसभा चुनाव परिणाम है। अगर जनता की नहीं सुनी जाएगी तो यही होगा। एमएलसी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एसपी डीएम समेत अन्य को फटकार लगाई है।