आजमगढ़/संसद वाणी :
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय के निर्देशानुसार ज़िला/ शहर कांग्रेस कमेटी,आज़मगढ़ द्वारा मोहम्मद नजम शमीम की अध्यक्षता में जनपद हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ मे मृतक श्रद्धालुओं की आत्मा के शांति के लिए और घायलों को जल्द स्वस्थ होने के लिए कुँवर सिंह उद्यान में स्थित शहीद स्थल पर मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना की गयी और मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और अनुमति से तीन गुना ज़्यादा भीड़, मौके पर प्रशासन नहीं, भीड़ मैनेजमेंट का इंतजाम नहीं, भीषण गर्मी से बचने का कोई उपाय नहीं, कोई मेडिकल टीम नहीं, घटना के बाद एंबुलेंस नहीं, मदद के लिए फोर्स नहीं, अस्पताल में डॉक्टर और सुविधाएं नहीं… लापरवाहियों की इतनी लंबी लिस्ट लेकिन किसी की कोई जवाबदेही नहीं। हाथरस में जो दुखद घटना घटी, उसका जिम्मेदार कौन है? जवाब देही तय होना चाहिए कभी पुल गिरने से, कभी ट्रेन एक्सीडेंट से, कभी भगदड़ से सैकड़ों मौतें होती हैं।
लीपापोती करने की बजाए सरकार का दायित्व होता है कि कार्रवाई करे और ऐसे हादसों को रोकने की योजना तैयार करे। मगर जवाबदेही तय होती नहीं है और ऐसे हादसे होते रहते हैं। यह बहुत दुखद स्थिति है। अध्यक्ष मोहम्मद नजम शमीम ने कहा कि सरकार को लीपा पोती के बजाय और प्रिंट इलेक्ट्रानिक मीडिया में भ्रामक हेडिंग लगवाए बिना सबसे पहले उच्च अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही की जांच कर कर उन्हें दंडित किया जाए सत्संग करने वाले बाबा के खिलाफ हत्या का मुकदमा कायम होना चाहिए श्रद्धालुओं को उचित मुआवजा और घायलों को उच्च स्वास्थ्य व्यवस्था देनी चाहिए यह दिल दहला देने वाली घटना थी सैकड़ो लोग काल के गाल में समा गए मृतकों को श्रद्धांजलि देते हैं और घायलों को जल्द स्वस्थ होने की और परिवार वालों को इस दुख को सहन करने शक्ति देने के लिए ईश्वर से कामना करते है और प्रशासन से मांग करते हैं कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों के लिए एक मजबूत गाइडलाइन देना चाहिए जिससे कोई हादसा ना हो सके।
मुन्नू यादव सदस्य उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि मुझे लगता है यह घटना नहीं है साजिश है इसकी उच्च स्तरीय जांच रिटायर्ड न्यायाधीश से कराना चाहिए शहर उपाध्यक्ष शाहिद ख़ान ने कहा की आयोजन स्थल पर इंतजाम उतना प्रभावी नहीं था किसी भी बड़े आयोजन की जिम्मेदारी ज़िला प्रशासन और आयोजक दोनों की होती है कार्यवाही दोनों पर होनी चाहिए ऐसा देखा गया है धार्मिक आयोजनों में अक्सर ऐसी घटनाएं प्रकाश में आती है उसके बाद भी प्रशासन और सरकार कोई ठोस नियम और योजनाओं पर कार्य नहीं कर रहा है! शहर महासचिव रियाजुल हसन ने कहा कि हम घटना से बहुत आहत हैं सरकार को कोई ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो दोबारा फिर में सेवादारों के खिलाफ नहीं बल्कि बाबा के खिलाफ होना चाहिए आखिर सरकार उसको क्यों बचा रही है जिसके कारण इतने लोगों की मृत्यु हो गई।