संवाददाता:- प्रहलाद पाण्डेय
वाराणसी/संसद वाणी :
भोलेनाथ की नगरी में गंगा अपने रौद्र रूप में है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी से तटवर्ती इलाकों के लोग बाढ़ की आशंका से भयभीत हैं। हालांकि शनिवार दिन में बढ़ाव की दर 10 सेंमी थी, जो रात आठ बजे तक आठ सेमी प्रतिघंटा हो गई। नदी का जलस्तर 69.50 मीटर पर था। यह खतरा निशान से 1.762 मीटर नीचे है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक बीते 24 घंटे में जलस्तर 2.68 मीटर बढ़ा है। बढ़ाव चलते सामने घाट, वरुणा के तटीय इलाकों और ढाब क्षेत्र के लोग सतर्क हो गए है। सीरगोवर्धनपुर के नाले से पानी अब आसपास की कॉलोनी में घुसने लगा है। नगवा नाले में पांच फीट से ऊपर पानी बढ़ा तो गंगोत्री नगर, संगमपुरी, नगवा दलित बस्ती, सोनकर बस्ती, डुमरांव बाग कॉलोनी का कुछ हिस्सा साकेत नगर नाला के किनारे बसी बस्तियां जलमग्न हो जाएंगी। सामनेघाट स्थित मारुति नगर, गायत्री नगर, पटेल नगर, विश्वास नगर, हरिओम नगर, रत्नाकर विहार, कृष्णापुरी कॉलोनी बालाजी नगर कॉलोनी के लोग भी प्रभावित होंगे।

उधर सुबह से गंगा का पानी बैकफ्लो करने से वरुणा कॉरिडोर पानी में समा गया। किनारे बने मकानों के निचले तल में पानी घुस गया। मारुति नगर इलाके में घरों तक पानी पहुंचने लगा है और आशंका जताई जा रही है कि देर रात तक सैकड़ों घरों तक गंगा का पानी पहुंच जाएगा। गंगा का पानी घुसने से धीरे-धीरे मारुति नगर की सड़के भी जलमग्न होने लगी है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के साथ ही साथ लोग अब अपने घरों को पलायन के लिए मजबूर होने लगे हैं। गंगा का पानी मारुति नगर इलाके में काफी तेजी से बढ़ रहा है। वही लोग घरों में मौजूद सामान को निकालने में जुट गए हैं। जैसे-जैसे इस इलाके में पानी बढ़ता जाता है लोग अपना घर छोड़कर किराए पर या रिश्तेदारों के घर चले जाते हैं।

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