अगर आप कड़क मसाला खाने के शौकीन हैं तो अलर्ट हो जाइए. बाजार में मसाले के नाम पर जहर बिक रहा है. लोग बुरादा और तेजाब मिलाकर मसाले बना रहे हैं.
अगर आप सोच रहे हैं कि आपके किचन में जो मसाला है वह बहुत सेफ है तो आप बेहद गलत हैं. वह जहर भी हो सकता है, जिसका असर आपकी किडनी और लिवर पर पड़ सकता है. अब धनिया पाउडर में न धनिया है, हल्दी में न हल्दी है और काली मिर्च, मिर्च नहीं रह गई है. इन्हें जिस मिक्सर से तैयार किया जा रहा है, उसकी कहानी जानकर आपका मसाले से भरोसा उठ जाएगा. दिल्ली में आपकी सेहत के साथ समझौता हो रहा है.
दिल्ली पुलिस ने पूर्वोत्तर दिल्ली के करावल नगर इलाके में दो कारखानों में बनाए जा रहे 15 टन नकली मसालों को जब्त किया है. इन्हें तैयार करने वाले मास्टरमाइंड को भी पुलिस ने धर दबोचा है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिलीप सिंह, सरफराज और खुर्शीद मलिक इन मसालों को दिल्ली-एनसीआर में बेच रहे थे. इनकी कीमत भी बाजार के दूसरे मसालों जितनी ही थी. इनकी पैकेजिंग भी शानदार की गई थी.
कैसे तैयार हो रहा था मसाला?
DCP क्राइम ब्रांच राकेश पावरिया ने इस रैकेट का भंडाफोड़ गिया है. उन्होंने कहा है कि मसालों में सड़े पत्ते, चावल, खराब बाजरा, बुरादा, मिर्च की डंठल, एसिड और तेल मिलाया जाता था. धंधेबाज इन मसालों को दूसरी मसालों की तरह ही तैयार करते थे, जिसके चलते असली-नकली पहचान पाना बेहद मुश्किल हो जाता था. इस रैकेट में कुछ दुकानदार भी शामिल थे जो इन मसालों को मुंहमांगी कीमत पर बेच रहे थे. पुलिस को भनक लगी तो 1 मई को रेड डाली गई.
2021 से चल रहा था नकली मसालों का खेल
ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने देखा कि ये धड़ल्ले से मसाले बना रहे थे. धंधेबाज सड़े पत्ते, चावल, खराब बाजरा, बुरादा, मिर्च की डंठल, एसिड और तेल मिलाकर मसाला तैयार कर रहे थे. एक जगह मिलावटी हल्दी तैयार की जा रही थी. जैसे ही पुलिस को आरोपियों ने देखा, वे भागने लगे. जब उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि नकली मसालों का खेल चल रहा था. फूड एंड सिक्टोरिटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने सैंपल लिया तो पोल खुली. इन्होंने साल 2021 में ही एक मसाला फैक्ट्री खोली थी तब से लेकर अब तक यह धंधा आराम से चल रहा था. कोर्ट ने अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.