तमिलनाडु में भी लेडी डॉक्टर सेफ नहीं हैं. बुधवार रात कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 25 साल के सिरफिरे ने एक लेडी डॉक्टर से छेड़छाड़ करने की कोशिश की. शिकायत के बाद आरोपी मयंक गलार को संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया. इस घटना के बाद 150 से अधिक हाउस सर्जन और पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स ने अस्पताल परिसर में बेहतर सुरक्षा और फंक्शनल मॉनेटरिंग सिस्टम की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (CMCH) में बुधवार रात को 25 साल के शख्स ने एक महिला हाउस सर्जन से छेड़छाड़ करने की कोशिश की. आरोपी की पहचान मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के रहने वाले मयंक गलार के रूप में हुई है, जिसे गुरुवार को गिरफ्तार किया गया. आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 74 (महिला के शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग, जिसके लिए कम से कम एक साल की जेल की सजा हो सकती है और जिसे पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है) और तमिलनाडु महिला उत्पीड़न निषेध अधिनियम की धारा 4 के तहत मामला दर्ज किया गया.
घटना रात करीब 9 बजे हुई, जब हाउस सर्जन सीएमसीएच डीन ऑफिस के पास खड़ी अपनी स्कूटी लेने गई थी. आरोप है कि लेडी डॉक्टर के वहां पहुंचने के बाद पहले से मौजूद आरोपी ने अपनी पैंट उतार दी और लेडी डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की. पीड़िता के मुताबिक, उसने आरोपी का इरादा समझ लिया. आरोपी के पास आते ही उसे धक्का दे दिया और अस्पताल परिसर में अपने हॉस्टल में भागकर अपनी जान बचाई. अन्य हाउस सर्जनों ने तुरंत अस्पताल के सुरक्षा गार्डों को सतर्क किया, जिन्होंने आरोपी को अस्पताल के कैजुअल्टी वार्ड में लगभग 1 बजे पकड़ लिया और बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
लेडी डॉक्टर की शिकायत के बाद मामला दर्ज
कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की लेडी डॉक्टर और अन्य मेडिकल अफसरों की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के बाद FIR दर्ज की गई. गुरुवार को छेड़छाड़ के प्रयास को लेकर 150 से अधिक हाउस सर्जन और पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल स्टूडेंट्स डीन ऑफिस के सामने जुटे और विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों और हाउस सर्जन्स ने पर्याप्त सुरक्षा और अस्पताल कैंपस में नाइट पेट्रोलिंग टीम की मांग की.
उधर, कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की डीन ए निर्मला ने हाउस सर्जनों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगें जल्द ही पूरी की जाएंगी. एक हाउस सर्जन ने कहा कि जहां घटना हुई, वहां सीसीटीवी कैमरा लगा है, लेकिन कैमरा काम नहीं कर रहा है. इसी तरह, कैंपस में अधिकांश सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं. शिकायत में उन्होंने ये भी बताया कि हाउस सर्जनों के लिए पर्याप्त टायलेट की सुविधा नहीं है, जिसके कारण हमें अपने हॉस्टल के कमरों में लौटने के लिए मजबूर होना पड़ता है.