• फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को भेजा नोटिस..
• म्हाडा अधिकारियों द्वारा भी फेडरेशन को पार्किंग बंद करने की चेतावनी.. पर आज भी पार्किंग बंद नहीं हुए..
• डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम सह. गृह.संस्था ही अवैध तरीके से बनाया गया है, क्या इस फेडरेशन को म्हाडा द्वारा रद्द किया जाएगा..?
• वास्तुरचना सोसायटी के सदस्यों ने फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को एक सप्ताह का दिया समय..
• फेडरेशन द्वारा अगर पार्किंग बंद और अवैध फेडरेशन के बोर्ड को नहीं हटाया गया तो होगा बड़ा आंदोलन: वास्तुरचना सोसायटी
मुंबई/संसद वाणी: मलाड पश्चिम में स्थित सामना नगर मालवाणी में कई वर्षों से डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम सह. गृह.संस्था के नाम से अवैध पार्किंग किया जा रहा था, और लोगों से पार्किंग के नाम खुलेआम आज भी पैसे वसूल रहे है। आपको बता दें कि फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव के द्वारा जो खुली जगह पर पार्किंग करवा जा रहा वह म्हाडा ने फायर ब्रिगेड के वाहन और एम्बुलेंस को आने के लिए जगह दिया है, पर फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने तो कमाल ही कर दिया वह पार्किंग के चक्कर में लोगों के जान से खिलवाड़ करने को उतारू हो गए है।

दैनिक वशिष्ठ वाणी समाचार पत्र ने कई वर्षों से इस अवैध पार्किंग बंद करने के लिए म्हाडा, बीएमसी, मालवाणी पुलिस, कांदिवली ट्रैफिक पुलिस और फायर ब्रिगेड के कार्यालय में लिखित शिकायत की, और दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित भी किया पर फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव के कान में जूं तक नहीं रेंगा, शिकायत के बाद भी फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव द्वारा अवैध पार्किंग को बंद नहीं किया गया।
कहते है न कि कलम में बहुत ताकत होती है, और हमारे कलम की ताकत से आज फेडरेशन के खिलाफ वास्तुरचना सोसायटी के सदस्य और 300 से ज्यादा लोगों ने मोर्चा खोल दिए, वास्तुरचना सोसायटी के सदस्यों ने फेडरेशन को नोटिस भी जारी कर दिया है और उस नोटिस में फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को एक सप्ताह का समय दिया गया है कि वह जल्द ही अवैध पार्किंग बंद करे और साथ ही अवैध फेडरेशन के बोर्ड को भी हटाए, अगर वह एक सप्ताह में यह नहीं करते है तो फिर मालवानी पुलिस चौकी में फेडरेशन के ऊपर FIR दर्ज करवा जाएगा, और अवैध फेडरेशन के बोर्ड को गिरा कर पार्किंग बंद किया जाएगा।
कहते है न कि समय से ज्यादा कोई भी शक्तिशाली नहीं हो सकता है, और फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव का समय आ गया है, फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को यह लगा कि वह 13 वर्षों अपने सोसायटी पर कब्जा करके अपनी मनमानी कर रहे है वैसे ही फेडरेशन को शुरू करके वह अवैध पार्किंग करेंगे और उनका कोई कुछ नहीं कर पाएगा, पर आज सारी गलतफहमी दूर हो गई होगी, और यह समझ में आ गया होगा कि गलत कार्य गलत ही नतीजा होता है।

हमारी मीडिया वास्तुरचना सोसायटी के सदस्यों का आभार प्रकट करती हैं और उन सभी रूम मालिकों का भी धन्यवाद करते है जो फेडरेशन के गलत कार्य के लिए खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद किया और साथ ही वहां पर रहने वालों के साथ जो खिलवाड़ हो रहा था उसे भी रोकने के लिए अपने हाथ को आगे बढ़ाया।
- हमारी मीडिया म्हाडा के अधिकारियों का भी धन्यवाद करती है जिन्हें अपने कर्तव्यों को निष्ठा और ईमानदारी से निभाते हुए फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को चेतावनी देते हुए अवैध पार्किंग को बंद करने के लिए कहा है।

आपको यह भी बताना जरूरी है कि म्हाडा अधिकारियों द्वारा चेतावनी और वास्तुरचना सोसायटी द्वारा नोटिस के बाद भी फेडरेशन ने अभी तक ना ही पार्किंग बंद किया और ना ही अवैध फेडरेशन के बोर्ड को हटाया.. अब यह सब जानकर यह समझ सकते है कि जगह म्हाडा की और कब्जा फेडरेशन का..

हमारी मीडिया म्हाडा के अधिकारियों से यही अनुरोध करेंगे कि जल्द ही इस फेडरेशन को रद्द कर दिया जाए, क्योंकि फेडरेशन बनाने के लिए अध्यक्ष और सचिव 7 बिल्डिंग से अनुमति नहीं लिए है, और आप फेडरेशन के बोर्ड पर यह भी देख सकते है कि इस बोर्ड पर “सामना मित्र मंडल” क्यों लिखा गया है.? इसलिए म्हाडा को फेडरेशन ही रद्द कर देना चाहिए।

म्हाडा के अधिकारियों को फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव के ऊपर FIR दर्ज करवा यह जांच बैठना चाहिए कि इनलोगों का कोई व्यापार नहीं है और यह लोग कई फ्लैट के मालिक बन गए है, हम म्हाडा के अधिकारियों को यह भी बताना चाहेंगे कि फेडरेशन का अध्यक्ष एक ऑटो रिक्शा चालक है और अब वह भी नहीं चलता है और उसके सिवा कोई अन्य रोजगार या व्यापार भी नहीं है फिर वह ३ फ्लैट का मालिक कैसे बन गया है..? २ फ्लैट तो अपने नाम पर करवा लिया है और ३ फ्लैट नाम पर इसलिए भी कराया क्योंकि उससे पहले ही इनके खिलाफ म्हाडा द्वारा जांच बैठा दी गई थी। इसलिए सभी रूम मालिकों को यह जानने का हक है कि बिना कोई व्यापार के इतना फ्लैट कैसे कोई खरीद सकता है..? क्या यह सब फेडरेशन को शुरू करने से हुआ है या फिर जो १३ वर्षों मालवणी स्वप्नपूर्ति सोसायटी के पद बैठकर सोसायटी के फंड का दुरुपयोग किया गया है..? यह सब जांच के बाद ही पता चल पाएगा पर एक बार संपति को लेकर जांच हो चाहिए..