• मुंबई गृहनिर्माण व क्षेत्रविकास मंडळ म्हाडा के अधिकारियों द्वारा फेडरेशन को अवैध पार्किंग बंद करने के लिए २४ घंटे दिया, पर २४ घंटे का २४ दिन हो गया..?
• म्हाडा उपनिबंध के अधिकारी ने तो अन्य सोसायटी को बिना सूचित किए फेडरेशन का चुनाव गुप्त तरीके से करवा दिया..
• मतलब यह साफ है कि फेडरेशन अवैध कार्य करे, उससे म्हाडा के अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है..?
• दो व्यक्ति फेडरेशन बनाकर म्हाडा के खुली जगह पर अवैध पार्किंग करवा कर कई वर्षों तक वाहन मालिकों को लुटते रहे, और म्हाडा के अधिकारी तमाशबीन बने रहे..
• फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव अवैध कई वर्षों तक अवैध पार्किंग के चक्कर में लोगों के जान से खिलवाड़ करते रहे, और म्हाडा अधिकारी तमाशबीन बने रहे..
मुम्बई/संसद वाणी। सामना नगर मालवाणी गेट नं 8 पर, अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है, अवैध कार्य के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, म्हाडा के अधिकारियों द्वारा अवैध कार्य करने वाले को बचाने में जुट गई हैं, आपको बता दें दो व्यक्ति, डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम सहकारी गृहनिर्मान सस्था फेडरेशन बनाकर म्हाडा के खुली जगह पर अवैध पार्किंग करवा कर लोगों से धोखाधड़ी और लोगों के जान से खिलवाड़ करते रहे, आपको बता दें कि धोखाधड़ी में फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव सभी वाहन मालिकों से यह बोल कर पार्किंग का राशि वसूली किया करते थे कि वह जगह म्हाडा ने फेडरेशन को दे दिया है, पर दिनांक २४ फरवरी को म्हाडा के अधिकारियों द्वारा फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को नोटिस जारी कर दिया गया, पर जहां तक समझा जाए तो म्हाडा ने जो नोटिस जारी किया वह सिर्फ और सिर्फ दिखावा था, क्योंकि म्हाडा के अधिकारियों ने फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को २४ घंटे का समय दिया था, पर हुआ क्या..? आज २४ दिन हो गए, पर सभी वाहन बाहर नहीं हुआ।
आपको बता दें कि फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने जो पार्किंग के चक्कर में लोगों के जान से खिलवाड़ किया और पार्किंग के नाम पर कई वर्षों तक राशि वसूला, उसके लिए म्हाडा के अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, म्हाडा के अधिकारी तो सिर्फ यह सोचने में लगे हैं कि फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को कैसे बचाया जाए।
हम आपको यह भी बता दें कि हमारे मीडिया द्वारा म्हाडा के अधिकारी मकाने और रोहित शिंदे से कई बार सवाल किया गया कि आपने फेडरेशन को २४ घंटे का समय दिया था पर आज २४ दिन हो गए, पर आपके द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया, इस सवाल पर कोई जवाब नहीं आया। जब हमारे मीडिया ने यह भी सवाल किया कि फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने कई वर्षों तक लोगों के जान से खिलवाड़ करते रहे और पार्किंग की राशि वसूली करते रहे, और यह सब जानने के बाद आपके द्वारा क्या एक्शन लिया गया..? आप जान कर यह हैरान हो जाएंगे कि म्हाडा के अधिकारियों इस सवाल पर भी कोई जवाब नहीं दिया… हमारे मीडिया ने म्हाडा के अधिकारी से यह भी पूछा कि यह फेडरेशन बनाकर मेन गेट पर अवैध केबिन बनाते, और अवैध फेडरेशन का बोर्ड लगाते हैं, उस विषय पर आपके द्वारा क्या किया जाएगा..? पर हर बार की तरह इस बार भी म्हाडा के अधिकारियों ने कोई जवाब नहीं दिया।
जब हमारे मीडिया ने म्हाडा के अधिकारियों से यह भी सवाल पूछा कि आप कार्रवाई करने के बजाय, फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को क्यों बचाने में जुटे हैं, तो म्हाडा अधिकारियों ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया।
हम आपको बता दें फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव कई वर्षों अवैध फेडरेशन चला रहे थे, जिसका जानकारी उपनिबंधक के अधिकारियों को भी था, पर वह भी कोई कार्रवाई करने के बजाय, सूत्रों से पता चला है कि दिनांक १८ मार्च को गुप्त तरीके से फेडरेशन का चुनाव करा कर, फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव को दुबारा नियुक्त कर दिया है। सूत्रों से यह भी पता चला है कि उपनिबंध के तरफ से चुनाव करने के लिए गौतम जाधव आए थे, और उन्होंने कहा है कि चुनाव करे बाकी वह सब देख लेंगे।
अब हमारी मीडिया म्हाडा के अधिकारी गौतम जाधव से यह सवाल पूछना चाहते हैं कि आपको फेडरेशन का चुनाव गुप्त तरीके से कराने की क्या वजह थी..? आपने २ माह पहले हमारे मीडिया से कहा था कि आप जब भी फेडरेशन का चुनाव के लिए आएंगे, तो सभी सोसायटी के अध्यक्ष और सचिव को बैठक में बुलाकर फिर चुनाव करेंगे, फिर ऐसा क्या हुआ कि आपने सभी नियमों को ताक पर रख कर गुप्त तरीके से चुनाव करवा दिया..? क्या फेडरेशन के अध्यक्ष से कुछ लगाव हैं..? क्या आपको यह नहीं दिखा कि वास्तुरचना सोसायटी के सदस्यों ने फेडरेशन को रद्द करने के लिए उपनिबंध को लिखित शिकायत की थी..? क्या यह सब जानकर आप फेडरेशन के अध्यक्ष की मदद कर रहे हैं..?
गौतम जाधव जी हमारी मीडिया आपसे यह भी सवाल पूछना चाहेंगे कि फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव ने जो कई वर्ष तक अवैध पार्किंग और लोगों के साथ धोखाधड़ी किया, उससे आपका कुछ लेना देना नहीं है..? क्या आपने जो फेडरेशन का गुप्त तरीके से फेडरेशन का चुनाव करवा है ताकि फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव द्वारा कोई अवैध कार्य किया जाए..?
म्हाडा अधिकारियों द्वारा जो किया जा रहा है वह पूरी तरह गलत है, जो अवैध कार्य करता है, अधिकारी उसके संस्था तो रद्द करके उसके ऊपर कार्रवाई बैठते हैं, पर यहां तो म्हाडा अधिकारियों द्वारा अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है, उपनिबंधक के अधिकारी गुप्त तरीके से फेडरेशन का चुनाव करते हैं, और म्हाडा मुंबई गृहनिर्माण व क्षेत्रविकास मंडळ के अधिकारी फेडरेशन के अध्यक्ष को अवैध पार्किंग बंद करने के लिए २४ दिन का समय देते हैं।
अब यह अधिकारी इसलिए ऐसा कर रहे होंगे कि इन्हें पता होगा कि मीडिया कुछ भी लिखे, या कितने भी शिकायत करे, कोई गंभीरता से नहीं लेगा। इसलिए म्हाडा के अधिकारियों द्वारा खुले तौर पर फेडरेशन के अध्यक्ष और सचिव के अवैध कार्य को बचाने के पूरा साथ दिया जा रहा हैं।
अब किसी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी से इसकी शिकायत करने का कोई मतलब भी नहीं है, क्योंकि शिकायत वहां की जाती हैं, जहां कोई सुनता हो, जहां पर गूंगे और बेहरे अधिकारी और मंत्री बैठे हो वहां पर सिर्फ लिखते जाओ, और एक आस में बैठे रहो कि कोई ईमानदार अधिकारी और मंत्री ने इस विषय पर ध्यान दिया तो शायद कार्रवाई हो पाए। पर अभी के दौर में यह होना बहुत मुश्किल है।