आक्रोशित ग्रामीण ने किया धरना प्रदर्शन
दो पहिया तिपहिया वाहनों के आने जाने के लिये मिली लिखित अनुमति पर माने
दिसम्बर तक बन जायेगा अंडरपास: वरीय अपर मंडल अभियंता उत्तर रेलवे
अशोक कुमार जायसवाल/सचिन पटेल
चंदौली/डीडीयूनगर/संसद वाणी: जनपद चंदौली के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत हृदयपुर स्थित रेलवे लाइन पर वर्षों से चले आ रहे मानवरहित रेलवे क्रासिंग को सोमवार प्रातः बंद किये जाने को लेकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वहीं ग्रामीणों के विरोध को देखते हुये मौके पर सैंकड़ों की संख्या में आरपीएफ,स्थानीय कोतवाली पुलिस, सीओ तथा एसडीएम पीडीडीयू नगर सहित रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुँच लोगों को समझाने का प्रयास करने में जुट गये। घंटों बाद पहुँचे उत्तर रेलवे के अधिकारियों से लिखित आश्वासन मिलने पर प्रदर्शन हुआ समाप्त।
विदित हो कि दीनदयाल उपाध्याय नगर से प्लांट डिपो कॉलोनी होते हुए रेलवे लाइन पार कर हृदयपुर कमलापुर सहित भुजहुआ,खुटहा, खजूर गांव, चांदीतारा, साहूपुरी, डिहवा, नाथुपुर, पोररवा आने जाने के लिए एक दर्जन गांव के लोगों का एकमात्र रास्ता रेलवे के हृदयपुर स्थित मानवरहित रेलवे क्रासिंग होकर जाता है। जिससे सैंकड़ों ग्रामीण आते जाते रहे हैं। विगत कुछ दिन पूर्व उत्तर रेलवे के व्यासनगर स्टेशन के समीप ऐसे ही मानवरहित क्रासिंग से पार करते समय एक ट्रेन जेसीबी से टकरा गई थी जिसमें जेसीबी चालक की मौके पर ही मौत हो गई थी। जिसके बाद उत्तर रेलवे ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से मानवरहित रेलवे फाटकों को बंद करवाना शुरू कर दिया था। इसी क्रम में हृदयपुर में भी सोमवार को भारी संख्या में पहुंचे आरपीएफ व रेल अधिकारियों ने उक्त फाटक को बैरिकेटिंग कर बंद कर दिया।
जिसकी जानकारी मिलते ही आक्रोशित महिलाओं संग पहुँचे सैकड़ों ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। वहीं लोगों के आक्रोश को देखते हुये सिविल पुलिस भी बुलाया गया तथा मौके पर पीडीडीयू नगर सीओ अनिरुद्ध सिंह व एसडीएम विराग पांडेय भी पहुँच गये। लोगों को समझाने का काफी प्रयास किया जा रहा था लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। मौके पर वाराणसी से पहुँचे उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अपर मंडल अभियंता व वरीय सेक्शन अभियन्ता ने ग्रमीणों को लिखित तौर पर जब यह आश्वासन दिया कि वहाँ अंडरपास के लिए रेलवे द्वारा स्वीकृति मिल गई है लेकिन मुख्यालय में अभी रुका हुआ है जैसे ही मुख्यालय से स्वीकृत होगा एक माह के अंदर टेंडर होकर कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा तबतक के लिए ग्रामीणों के सुविधा व सुरक्षा को देखते हुये दो पहिया व तिपहिया वाहनों के आने जाने के लिए रास्ता खुला रहेगा और जब अंडरपास का कार्य प्रारंभ होगा तो वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में व्यासनगर स्थित रेल फाटक से बाईपास के आवागमन की सुविधा दी जायेगी।
उन्होंने यह भी लिखित दिया कि सबकुछ ठीक रहा तो दिसम्बर 2024 तक अंडरपास बनकर जनता को समर्पित कर दिया जायेगा। लिखित आश्वासन मिलने के बाद लोग मान गये और वापस हो गये।तब जाकर शासन प्रशासन ने राहत की सांस ली है। इस बाबत सीओ अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि लोगों के आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है तथा अंडरपास बनना है इसको लेकर बैरिकेटिंग किया गया है। जिससे ग्रामीण आक्रोशित थे। उनके समस्या का निराकरण हो गया है। धरना प्रदर्शन करने वालों में सीता देवी,संसारी देवी,पुष्पा देवी,जाती देवी,पिंकी उर्मिला दशरथ यादव,राकेश पाल,मनोज पाल,ग्राम प्रधान मनोज यादव,भोनू यादव,अशोक पाल,दीनानाथ, सुरेश यादव,चंदन गोंड,बीडीसी अजय,राजेश यादव,रामअवध यादव,राजू यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।