Who is Puja Tomar: भारतीय महिला फाइटर पूजा तोमर ने UFC लुइसविले 2024 में ब्राजील की रेयान डॉस सैंटोस को हराकर इतिहास रचा है. जानिए इस स्टार फाइटर के बारे में..
भारत की फाइटर बेटी पूजा इस वक्त तोमर चर्चा में हैं. उन्होंने अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप (UFC) में ब्राजील की रेयान डास सैंटोस को हराया और इतिहास रच दिया. वे UFC में डेब्यू में ही मुकाबला जीतने वाली पहली भारतीय फाइटर बनी हैं. ये मुकाबला काफी रोचक रहा, जिसमें जिसमें दोनों ही फाइटर्स ने अपनी ताकत दिखाई. आखिर में पूजा ने डॉस सैंटोस को हराकर 30-27, 27-30, 29-28 के विभाजित निर्णय से जीत हासिल की.
कौन हैं पूजा तोमर?
पूजा तोमर भारतीय फाइटर हैं,. जो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के बुधाना गांव से आती हैं. उन्होंने पिछले साल ही UFC के साथ अनुबंध हासिल किया था. वे ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला फाइटर बनीं थीं. पूर्व राष्ट्रीय वुशू चैंपियन पूजा तोमर ने मैट्रिक्स फाइट नाइट और वन चैंपियनशिप सहित अन्य चैंपियनशिप में भाग लिया है.
सोमा फाइट क्लब में ट्रेनिंग, ‘साइक्लोन’ नाम से मश्हूर हैं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसा, पूजा वह इंडोनेशिया के बाली में सोमा फाइट क्लब में ट्रेनिंग करती हैं. ये वही क्लब है जहां भारत के मिश्रित मार्शल आर्ट (MMA) फाइटर अंशुल जुबली ने UFC फाइट्स के लिए ट्रेनिंग ली थी. ‘साइक्लोन’ के नाम से मशहूर पूजा तोमर को भारतीय सर्किट की सबसे बेहतरीन महिला फाइटर्स में से एक माना जाता है.
कैसा रहा मुकाबले का रोमांच
पूजा यादव ने ब्राजील की रेयान डास सैंटोस के खिलाफ हुए मुकाबले के पहले राउंड में अपनी ताकत दिखाई. उन्होंने जोरदार बॉडी किक्स लगाई और सैंटोस को मुकाबले में आगे बढ़ने के बारे में 2 बार सोचने पर मजबूर कर दिया. दूसरे राउंड में सैंटोस ने बढ़त हासिल की, लेकिन तीसरे यानी आखिरी राउंड काफी रोमांचक और बराबरी का था, आखिर में पूजा ने निर्णायक पुश किक नॉकडाउन ने जीत हासिल की.
किसे समर्पित की पहली जीत
UFC में अपनी पहली जीत के बाद पूजा ने इस पल को भारतीय फाइटर्स और MMA प्रशंसकों को समर्पित किया है. ‘साइक्लोन’ ने दावा किया कि उनकी जीत से पहले, हर कोई सोचता था कि भारतीय फाइटर्स को UFC जैसे मंच पर आने का अधिकार नहीं है. इसलिए वो यह दिखाना चाहती थीं कि भारतीय लड़ाके हारे नहीं हैं.
हम रुकने वाले नहीं हैं, चैंपियन बनकर रहेंगे
पूजा यादव ने जीत के बाद कहा ‘मैं दुनिया को दिखाना चाहती हूं कि भारतीय फाइटर हारे हुए नहीं हैं. हम आगे बढ़ रहे हैं. हम रुकने वाले नहीं हैं. हम जल्द ही UFC चैंपियन बन जाएंगे. यह जीत मेरी नहीं है, यह सभी भारतीय प्रशंसकों और सभी भारतीय फाइटर्स की जीत है. मैं भारतीय ध्वज के साथ अपने भारतीय गीत पर नाचती हुई बाहर निकली और मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ. मेरे रोंगटे खड़े हो गए. अंदर (ऑक्टागन) कोई दबाव नहीं था, मैंने बस यही सोचा, ‘मुझे जीतना है’. मैंने दो या तीन मुक्के खाए, लेकिन मैं ठीक हूं. मैं खुद को बेहतर बनाने जा रही हूं और आगे बढ़ रही हूं.’